कटनी, दैनिक मध्यप्रदेश
केंद्रीय कोआपरेटिव जबलपुर के महाप्रबंधक श्री पंकज गुप्ता ने साफ़ स्पष्ट शब्दों में कहा है कि संस्था की ओर से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत हर किसान का बीमा करना था, किसानों का कर्ज बीमा में कहीं भी बाधक नहीं था व् कर्जदार किसान का भी इस बार फसल बीमा होना था। दैनिक मध्यप्रदेश से चर्चा के दौरान उनहोंने जिले के किसानों द्वारा की गयी शिकायत की निष्पक्ष जांच और लापरवाहों पर कड़ी कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
विदित है कि सरकार द्वारा अन्नदाताओं को लाभांवित करने इस बार कर्जदार एवं अऋणी कृषकों के लिए लागू की गयी फसल बीमा योजना के तहत सहकारी समितियों द्वारा कृषकों को लाभ देने में बरती गई लापरवाही की पोल खुलने लगी है। कटनी जिले में योजना के तहत बरती गई लापरवाही उजागर होने के साथ मामले ने तूल पकड़ लिया है। किसानों की शिकायत के बाद शासन के निर्देश पर आज केन्द्रीय कॉआपरेटिव बैंक जबलपुर के महाप्रबंधक पंकज गुप्ता जांच करने कटनी आये और उन्होंने फसल बीमा योजना के तहत हुए कार्य की समीक्षा की।
गौरतलब हो कि जिले में 54 सहकारी समितियां हैं। इन समितियों में 45 हजार कृषक सदस्य हैं जिनमें सिर्फ 5176 कृषकों का ही फसल बीमा हुआ है जबकि कर्जदार किसान 5-6 हजार ही हैं। तो शेष किसानों का बीमा क्यों नहीं हुआ यह सहकारी समितियों की गंभीरता को उजागर करता है। जिनके ऊपर कोई कर्ज नहीं था उन्हें भी इस लाभाकारी योजना से वंचित रखा गया जबकि शासन द्वारा स्पष्टï तौर पर यह निर्देश दिये गये थे कि ऋणी या अऋणी कृषकों का फसल बीमा किया जाये। विदित है कि सहकारी बैंक रीठी के ब्रांच मैनेजर राजेन्द्र तिवारी की मनमानी के कारण रीठी क्षेत्र के किसान पूर्व से ही परेशान हैं।
पूर्व में भी रीठी में एक बड़ा बीमा घोटाला प्रकाश में आया था लेकिन उस मामले में पर्दा डालने का काम किया गया था। फसल बीमा के अलावा अवैध नियुक्तियों को लेकर भी रीठी सहकारी बैंक चर्चा में रहा है। आखिरकार अंत में उन नियुक्तियों पर रोक लगा दी गई थी लेकिन उसके बाद भी सहकारी बैंक मैनेजर व सहकारी समिति के प्रबंधक की मनमानी के कारण शासन के निर्देश के बाद भी कृषकों को फसल बीमा योजना के लाभ नहीं मिला. विगत दिवस ही परेशान किसानों ने कलेक्टर से भेंटकर उन्हें सहकारी बैंक व सहकारी समिति की मनमानी की जानकारी देते हुए फसल बीमा योजना के लाभ से वंचित रखने संबंधी शिकायत की थी।
एक अधिकारी ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि लगातार किसानों से रीठी ब्रांच मैनेजर अभद्रता करने एवं सरकार की किसान हितेशी योजनाओं के लाभ से वंचित रखने संबंधी मामला प्रभारी मंत्री तक पहुंचा था जिसके बाद प्रभारी मंत्री ने पत्र लिखकर ब्रांच मैनेजर राजेन्द्र तिवारी को हटाने महाप्रबंधक कॉआपरेटिव बैंक जिला जबलपुर को निर्देशित किया था किन्तु उसके बाद भी ब्रांच मैनेजर पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। सहकारिता विभाग के उच्च अधिकारियों ने प्रभारी मंत्री के पत्र को भी महत्व नहीं दिया जिससे पता चलता है कि धरातल पर सहकारी समितियां किसानों के साथ कैसा व्यवहार करती होंगी यह सोचने की बात है।
महाप्रबंधक को ऑपरेटिव केन्द्रिय बैंक जबलपुर श्री पंकज गुप्ता से जब दैनिक मध्यप्रदेश ने संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि कटनी में फसल बीमा से संबंधित शिकायत प्राप्त होने के बाद जांच प्रारंभ की गई है। वहीं उन्होंने साफ तौर पर स्पष्ट किया कि ऋणी व अऋणी सभी किसानों का फसल बीमा करना अनिवार्य था अगर किसी समिति या ब्रांच शाखा ने कर्ज की बाध्यता बताकर बीमा नहीं किया तो उस पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। निलंबन, बर्खास्तगी और जेल जाने जैसी कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी। शिकायत कीजांच शुरू की गई है जिसमें किसानों से भी उनका पक्ष जाना जाएगा इसके अलावा ब्रांच मैनेजर रीठी राजेन्द्र तिवारी को हटाने संबंधी प्रभारी मंत्री के पत्र आने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा की हटाने के निर्देश तो थे लेकिन प्रभारी मंत्री के नहीं।