जबलपुर, 11 जून (भाषा) मध्यप्रदेश के जबलपुर में पुलिस अभिरक्षा में तीन हजार रुपए के एक ईनामी आरोपी ने कथित तौर पर स्वयं को गोली मारकर खुदकुशी कर ली। घटना की न्यायिक जांच के आदेश के साथ ही इस मामले में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। मृतक के परिजनों ने पुलिसकर्मियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए संबंधित पुलिसकर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है।
पुलिस महानिरीक्षक आईजी भगवंत सिंह चौहान ने बुधवार को बताया कि हनुमान ताल थाने की पुलिस ने नाबालिक लड़की से छेड़छाड़ के मामले में शुभम बैरागी (25) नामक बदमाश को विजय नगर इलाके से मंगलवार को गिरफ्तार किया था। फरार युवक अपराधिक प्रवृत्ति का था इसलिए पुलिस ने उस पर तीन हजार रुपए का ईनाम भी घोषित किया था।
उन्होंने बताया कि यह युवक हथियार की तस्करी में भी लिप्त था। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि हथियार सिविल लाइन स्थित एक खंडहरनुमा मकान में छुपा कर रखे हुए हैं।
चौहान ने बताया कि पुलिसकर्मी जब शुभम को खंडहरनुमा मकान में लेकर पहुंचे तो उसने वहां छुपा कर रखी पिस्टल से अपने सिर पर गोली मार ली। गंभीर रूप से घायल अवस्था में उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उपचार के दौरान मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात उसकी मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में दो सहायक उप निरीक्षकों सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है तथा घटना की न्यायायिक जांच के आदेश जारी किए गए हैं। चौहान ने कहा कि न्यायिक अधिकारी के समक्ष मृतक का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।
वहीं दूसरी ओर मृतक युवक के परिजनों ने पुलिसकर्मियों पर शुभम की हत्या करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को भान तलैया क्षेत्र में उसका शव सड़क पर रखकर विरोध प्रदर्शन किया। मृतक की बहन सोनम बैरागी ने कहा, पुलिस ने उसके भाई की हत्या की है। गोली लगने के कारण उसके भाई की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। इसके बावजूद भी उसे अस्पताल ले जाया गया और खून चढ़ाने का नाटक किया गया। हमारी मांग है कि आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए।