
नयी दिल्ली (भाषा) मारुति सुजुकी इंडिया, दुर्लभ पृथ्वी चुंबक की कमी के मुद्दे के बीच अपने विनिर्माण परिचालन में निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न समाधानों पर विचार कर रही है। कंपनी ने बृहस्पतिवार को यह बात कही।
देश की सबसे बड़ी कार विनिर्माता कंपनी ने कहा कि इस स्थिति के कारण काफी अनिश्चितता है, लेकिन अभी तक इसकी विनिर्माण गतिविधियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।
कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘‘ दुर्लभ पृथ्वी की स्थिति के संबंध में… इससे अभी तक हमारे परिचालन में कोई व्यवधान उत्पन्न नहीं हुआ है। बहुत अनिश्चितता है और स्थिति लगातार विकसित हो रही है। हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं और अपने परिचालन में निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए कई समाधान अपना रहे हैं।’’
मारुति सुजुकी इंडिया ने कहा कि यदि कंपनी के कारोबार पर कोई भौतिक प्रभाव पड़ता है, तो वाहन विनिर्माता कंपनी नियामक आवश्यकताओं के अनुरूप सभी हितधारकों को सूचित करेगी।
घरेलू मोटर वाहन उद्योग को इससे निपटने के लिए कदम उठाने होंगे क्योंकि चीन सरकार ने दुर्लभ पृथ्वी तत्वों और संबंधित चुंबकों के निर्यात पर चार अप्रैल से प्रतिबंध लगा दिया है।
चीन ने सात दुर्लभ पृथ्वी तत्वों और संबंधित चुंबकों के लिए विशेष निर्यात लाइसेंस अनिवार्य कर दिए हैं।