कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक शनिवार को यहां आरंभ हो गई जिसमें पार्टी के नए अध्यक्ष के चयन के संदर्भ में कुछ न कुछ निर्णय लिए जाने की उम्मीद है।
इस बैठक में पार्टी संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी, वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खडग़े, कई प्रदेश अध्यक्ष और कई अन्य नेता शामिल हैं।
सीडब्ल्यूसी की बैठक से एक दिन पहले राहुल गांधी ने पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक में कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर अगले कुछ दिनों के भीतर निर्णय हो जाएगा। माना जा रहा है कि आज की सीडब्ल्यूसी की बैठक में नए अध्यक्ष के चयन के लिए किसी पैनल अथवा व्यवस्था पर निर्णय होगा।
पार्टी के नए अध्यक्ष को लेकर मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खडग़े, अशोक गहलोत और सुशील कुमार शिंदे सहित कई वरिष्ठ नेताओं के नामों की चर्चा है। दरअसल, राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद से बनी असमंजस की स्थिति और नेतृत्व के संकट को खत्म करने की कोशिश करते हुए कांग्रेस ने सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाई है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पहले पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी किसी युवा नेता को सौंपने की बात की और फिर महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के नाम की पैरवी की। कांग्रेस के कई दूसरे नेता भी अध्यक्ष पद के लिए प्रियंका के नाम की पैरवी कर चुके हैं।
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उस वक्त उनके इस्तीफे को अस्वीकार करते हुए सीडब्ल्यूसी ने उन्हें पार्टी में आमूलचूल बदलाव के लिए अधिकृत किया था, हालांकि गांधी अपने रुख पर अड़े रहे और स्पष्ट कर दिया कि न तो वह और न ही गांधी परिवार का कोई दूसरा सदस्य इस जिम्मेदारी को संभालेगा।
अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए गांधी ने यह भी कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष नहीं रहते हुए भी वह पार्टी के लिए सक्रिय रूप से काम करते रहेंगे। उनके समर्थन में बहुत सारे नेताओं ने भी इस्तीफा दे दिया था।
गांधी के इस्तीफे के बाद से अगले अध्यक्ष के चुनाव को लेकर पार्टी में लगातार असमंजस की स्थिति बनी हुई है। नए अध्यक्ष को चुनने के लिए कई दौर की बैठकें हुईं, लेकिन किसी नाम पर सहमति नहीं बन पाई।