
नयी दिल्ली (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि एक दशक पहले हमारा देश मौसम पूर्वानुमान के क्षेत्र में काफी पीछे था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अब देश इस क्षेत्र में विकसित देशों के समकक्ष पहुंच गया है।
बाढ़ प्रबंधन की तैयारियों को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए शाह ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) से राज्यों के साथ समन्वय में प्रभावी बाढ़ प्रबंधन सुनिश्चित करने को कहा।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, शाह ने जल शक्ति मंत्रालय, एनडीएमए और राष्ट्रीय सुदूर संवेदी केंद्र (एनआरएससी) को हिमनद झीलों की निगरानी करने और किसी भी स्थिति में समय रहते कार्रवाई करने की सलाह दी।
शाह ने कहा कि एनडीएमए को बाढ़ की तैयारी और राहत के लिए राज्य प्राधिकारियों के साथ भी समन्वय करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत का आपदा प्रबंधन ‘एक भी जनहानि न होने’ के दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा, “2014 में हमारा देश मौसम विज्ञान के क्षेत्र में बहुत पीछे था, लेकिन आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हम विकसित देशों के बराबर हैं, अब हमें नंबर एक बनना है।”
गृह मंत्री ने देश में बाढ़ की समस्या को कम करने के लिए किए जा रहे दीर्घकालिक उपायों तथा पिछले वर्ष हुई बैठक में लिए गए निर्णयों पर उठाए गए कदमों की भी समीक्षा की।
उन्होंने बैठक में बाढ़ प्रबंधन के लिए विभिन्न एजेंसियों द्वारा अपनाई गई नयी प्रौद्योगिकियों और उनके नेटवर्क के विस्तार पर चर्चा की।
गृह मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) तथा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को राज्यों के साथ मिलकर राजमार्गों की बनावट में एकरूपता सुनिश्चित करनी चाहिए, ताकि भारी बारिश की स्थिति में सड़कों पर जमा होने वाले पानी से निपटने के लिए राजमार्ग जल निकासी प्रणाली सड़क निर्माण का अभिन्न अंग बन सके।