इंदौर, मिलावटी दुग्ध उत्पाद बेचने के आरोप में शुक्रवार को यहां एक निजी फर्म के मालिक समेत दो लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत गिरफ्तार किया गया। एक अधिकारी ने बताया कि सीताबाग कॉलोनी स्थित एक निजी फर्म के मालिक सिद्धार्थ जैन (30) और इस संस्थान के बिक्री विभाग के प्रभारी शुभम सदाफूले (23) को रासुका के तहत पकड़ा गया।
अधिकारी ने बताया कि एक प्रशासनिक दल ने इस फर्म के ठिकाने पर 25 जुलाई को छापा मारकर मिलावट के संदेह में पनीर, घी और दही की खेप जब्त की थी। उन्होंने बताया कि प्रयोगशाला में जब पनीर, घी और दही के नमूनों की जांच कराई गई, तो तसदीक हुई कि निजी फर्म द्वारा खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के प्रावधानों का उल्लंघन करते हुए घटिया गुणवत्ता के मिलावटी दुग्ध उत्पाद बेचे जा रहे थे।
इस बीच, खाद्य विभाग के एक आला अधिकारी ने बताया, इस फर्म के ठिकाने पर छापे के दौरान हमें बोरी में भरकर रखा गया करीब 60 किलोग्राम पनीर मिला जिससे काफी बदबू आ रही थी। इस दूषित दुग्ध उत्पाद को तुरंत नष्ट कर दिया गया था
उन्होंने बताया, जब हमने संस्थान के फ्रिज में रखे लगभग 40 किलोग्राम पनीर की जांच की, तो इससे भी दुर्गंध आ रही थी। इसके अलावा, संस्थान ने करीब 30 किलोग्राम घी और कुछ मात्रा में दही भी बिक्री के लिए जमा कर रखा था। इन दुग्ध उत्पादों को जब्त कर लिया गया था
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश सरकार ने सिंथेटिक दूध और मिलावटी दुग्ध उत्पादों का कारोबार करने वाले लोगों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। इस मुहिम के तहत विभिन्न जिलों में मिलावटखोरों को रासुका के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। (भाषा)