
जेके व्हाइट सीमेंट प्लांट में व्याप्त मनमानी को लेकर कलेक्टर के नाम तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
कटनी दैमप्र। जिले के बड़वारा विकासखंड क्षेत्र के ग्राम रूपोंध में स्थित जेके व्हाइट सीमेंट प्लांट के खिलाफ सोमवार को अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) के बैनर तले सैकड़ों मजदूरों ने बड़वारा तहसील कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन सौंपा। मजदूरों ने नायब तहसीलदार इसरार खान और अनुराधा सिंह को सौंपे गए ज्ञापन में कंपनी पर गंभीर आरोप लगाते हुए तत्काल उचित कार्रवाई की मांग की है।
मजदूरों का आरोप है कि जेके व्हाइट सीमेंट प्लांट प्रबंधन द्वारा लगातार उनका शोषण किया जा रहा है। मजदूरों ने आरोप लगाया है कि कंपनी उन्हें झूठे मामलों में फंसाकर प्रताड़ित कर रही है। उनका यह भी कहना है कि मजदूरों की आवाज़ को दबाने और कुचलने के लिए स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से कंपनी के 500 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा (धारा 144) लगाई गई है, जिससे वे अपनी जायज मांगों को भी शांतिपूर्वक नहीं उठा पा रहे हैं।ज्ञापन में यह भी बताया गया है कि कंपनी द्वारा बोनस अधिनियम का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है, जिससे मजदूरों को उनके हक से वंचित किया जा रहा है। मजदूरों ने यह गंभीर आरोप भी लगाया है कि जो मजदूर अपनी मांगों को वैधानिक तरीके से सामने रखने का प्रयास करते हैं, उनके ऊपर झूठे मुकदमे दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जा रहा है। यह पूरी तरह से असंवैधानिक और अमानवीय है।इंटक के प्रतिनिधियों ने इस दौरान विशेष रूप से मजदूर प्रदीप रजक का मुद्दा उठाया। उन्होंने मांग की कि मजदूर प्रदीप रजक को तत्काल कंपनी में काम पर वापस लिया जाए, क्योंकि उन्हें अन्यायपूर्ण तरीके से काम से हटाया गया है।
ट्रेड यूनियन ने प्रशासन से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने और मजदूरों के साथ हो रहे अन्याय को रोकने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र ध्यान नहीं दिया गया, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।