PANNA : भीषण गर्मी में खुले में नहाने पर भगवान जगन्नाथ को लगी लू

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अब 15 दिनों तक प्रतिदिन निभाई जाएगी वैद्य द्वारा भगवान को दवा देने की परंपरा, इस अवधि में भक्तों के लिए बंद रहेंगे मंदिर के कपाट

पन्ना I भगवान जगन्नाथ को लेकर अनोखी मान्यता है। जगत के पालनहार भगवान खुद भी बीमार पड़ जाते हैं। लू लगने के चलते उनका 15 दिनों तक इलाज चलता है। इसलिए मंदिर के पट बंद कर दिए जाते हैं। यह सुनकर भले ही अजीब लगे, पर यह सच है। इस दौरान भगवान का विशेष ध्यान रखा जाता है और वैद्य उन्हें दवा देते हैं।

  पन्ना जिले में भी भगवान जगन्नाथ स्वामी का वर्षों पुराना मंदिर है। यहां 11 जून के दिन लू लगने से भगवान बीमार हो गए हैं। इसलिए अब से 15 दिनों के लिए भगवान जगन्नाथ स्वामी के मंदिर के पट बंद कर दिए गए हैं। बता दें कि ज्येष्ठ महीने की पूर्णिमा में भगवान को विशेष स्नान कराने से यह बीमारी आती है।

  पन्ना के इस जगन्नाथ मंदिर की मान्यता है कि वैदिक मंत्रोच्चार के साथ गर्मी की दोपहर में औषधीय जल से भगवान को स्नान कराया जाता है। भीषण गर्मी के दौरान लू लगने से भगवान बीमार पड़ जाते हैं। भगवान के बीमार पड़ने के बाद मंदिर की व्यवस्था बदल जाती है।

   लू लगने से बीमार होने के चलते भगवान जगन्नाथ की पूरी दिनचर्या और भोजन व्यवस्था भी बदल दी जाती है। भगवान के ठीक होने तक उन्हें प्रतिदिन वैद्य द्वारा दवा देने की परंपरा भी निभाई जाती है। हालांकि इस दौरान मंदिर के कपाट भक्तों के लिए बंद रहेंगे।

  पन्ना के इस ऐतिहासिक मंदिर जगन्नाथ स्वामी, बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र के साथ विराजमान हैं। इस मंदिर में राजशाही जमाने से चली आ रही परंपरा को बुधवार को निभाया गया। हजार छिंद्र वाले कलश से भगवान का स्नान हुआ। साथ ही यहां 200 वर्षों से पहले रथयात्रा निकालने की परंपरा भी चली आ रही है। 

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