
स्कॉटलैंड (ब्रिटेन) (द कन्वरसेशन) रूस ने यूक्रेन के साथ जारी युद्ध में एक जून को एक दिन में सबसे बड़ा ड्रोन हमला करते हुए यूक्रेन के शहरों को निशाना बनाया। यूक्रेन की वायुसेना के मुताबिक उसके देश को एक रात में, आक्रमण कर नष्ट होने वाले 472 मानव रहित ड्रोन (ओडब्ल्यूए) के हमले का सामना करना पड़ा।
यह रिकॉर्ड शायद लंबे समय तक कायम न रहे क्योंकि पिछला रिकॉर्ड 26 मई को बना था जब रूस ने 355 ड्रोन हमले किए थे। एक दिन पहले रूस ने 298 शाहिद ड्रोन से हमला कर नया कीर्तिमान बनाया था। इन ड्रोन की संख्या 18 मई को दागे गए ड्रोन से अधिक थी।
रूस की ओर से बड़े पैमाने पर ओडब्ल्यूए ड्रोन से हमले नेताओं और आम जनता के लिए आश्चर्य की बात थी, लेकिन यह रूसी सेना की सालों की मेहनत का नतीजा है।
रूस ने शुरुआत में शाहिद ड्रोन को ईरान से खरीदा और बाद में ईरान द्वारा डिजाइन इन मानव रहित ड्रोन को अपने देश में ही असेंबल करने के लिए 2023 में कारखाने की स्थापना की। उत्पादन पर अधिक नियंत्रण ने रूस को बड़ी संख्या में शाहिद ड्रोन का उत्पादन करने का अवसर मिला।
इससे उसे धीरे-धीरे अपने ड्रोन को उन्नत बनाने में भी मदद मिली। गिराए गए शाहिद ड्रोन की जांच से जानकारी मिली है कि रूस ड्रोन पर कार्बन की परत चढ़ा रहा है जिससे आने वाली तरंगों को वापस परावर्तित करने के बजाय उन्हें अवशोषित किया जा सके ताकि वे रडार की पकड़ में नहीं आएं।
वे उनमें सिम भी जोड़ रहे हैं ताकि मोबाइल नेटवर्क के माध्यम से ये ड्रोन आकंड़े वापस रूप को भेज सकें।
शाहिद में लगाए जाने वाले मुखास्त्र को भी अद्यतन किया गया है। यूक्रेन की मीडिया ने 20 मई को बताया कि शाहिद में नए आग लगाने वाले और विखंडित होने वाले मुखास्त्र का इस्तेमाल किया जा रहा है जो क्रमशः आग लगाते हैं और बड़ी मात्रा में छर्रे फैलाते हैं ताकि उनकी असर बढ़ सके।
ये बदलाव ड्रोन की कीमत को एक सीमा में रखने के लिए कारगर थे, जो मिसाइल की तुलना में इसका प्रमुख सकारात्मक पक्ष है। ये ड्रोन सस्ते और लंबी दूरी तक मार करने वाले दोनों हैं।
इसका अभिप्राय: है कि रूस जैसे हमलावर यूक्रेन में हर महीने सैकड़ों हमले इस बात की चिंता किये बिना कर सकते हैं कि उसके कितने ड्रोन गिरते हैं। इस बीच, इन हमलों से बचाव करने वाला इस बात पर विचार कर रहा है कि आने वाले सभी ड्रोन को उचित लागत पर कैसे मार गिराया जाए।