जिले के किसान अपने खेतों में पारंपरिक खेती के साथ-साथ उद्यानिकी की फसलों व उन्नत कृषि तकनीकों का उपयोग कर अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। जिले में कई एैसे प्रगतिशील कृषक हैं, जिन्होने इस क्षेत्र में आगे बढ़कर कृषि व उद्यानिकी का उपयोग कर अपनी आमदनी में इजाफा किया है। शुक्रवार को औद्योगिक क्षेत्र बरगवां स्थित पाण्डेय कोल्ड स्टोरेज में उद्यानिकी विभाग के द्वारा जिला पंचायत अध्यक्ष ममता पटैल की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में कलेक्टर शशिभूषण सिंह ने उपस्थित फसल उत्पादक कृषकों के बीच कही। उन्होने कहा कि उद्यानिकी विभाग के अधिकारी किसानों को जिले के उन्नतशील उद्यानिकी कृषि कार्य कर रहे कृषकों के यहां विजिट करायें। ताकि अन्य कृषक भी इन कृषकों द्वारा उद्यानिकी व कृषि क्षेत्र में किये गये प्रयासों व नवीनतम तकनीकों की जानकारी हासिल कर सकें और स्वयं भी इन तकनीकों का उपयोग कर खेती से अधिक लाभ अर्जित कर सकें। इस अवसर जिला पंचायत सदस्य अजय गौंटिया, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक, कृषक व संबंधित अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे।
उद्यानिकी फसल उत्पादक किसानों के लिये आयोजित किये गये इस एक दिवसीय किसान सम्मेलन कार्यक्रम में वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक ए0एस0 तोमर, कृषि विज्ञान केन्द्र पिपरौंध के कृषि वैज्ञानिक आर0पी0 बेन, अशोक सिंह सहित सहायक संचालक उद्यान वीरेन्द्र सिंह ने भी वर्तमान में कृषि क्षेत्र की उन्नत व नवीनतम तकनीकों, फसलों, मधु मक्खी पालन इत्यादि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। जिसमें बताया गया कि किन-किन फसलों का चयन कर कृषक उन्नत बीजों के प्रयोग से बेहतर उत्पादन प्राप्त कर आय में अधिक लाभ हासिल कर सकते हैं। इस दौरान विशेषज्ञों ने अपने अनुभवों भी कृषकों के साथ साझा किये।
सहायक संचालक उद्यान वीरेन्द्र सिंह ने कृषकों को जानकारी देते हुये बताया कि फलों, सब्जी एवं मसालों के उत्पादक कृषक अपनी उद्यानिकी फसलों के उत्पादों को कोल्ड स्टोरेज में भण्डारित कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होने उद्यानिकी विभाग द्वारा फसलोपरांत समेकित प्रबंधन योजना के तहत कृषकों को दी जाने वाली सहायता व योजना की विस्तृत जानकारी उपस्थित कृषकों को दी। साथ ही उन्होने इन योजनाओं जानकारी देते हुये कृषकों को इनका लाभ लेने की अपील भी की। कार्यक्रम में उद्यानिकी विभाग के अधिकारी, कर्मचारी सहित जिले के सभी विकासखण्डों से आये उद्यानिकी क्षेत्र के 54 कृषक भी उपस्थित रहे।