छिंदवाड़ा (मप्र) (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि एक भाई और बहन की जोड़ी जिनकी ‘‘मूल उत्पत्ति इटली में है’’, नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा किये गये विकास को नहीं समझ पायेगी।
चुनावी राज्य मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के जुन्नारदेव (एसटी) सीट में एक आमसभा को संबोधित करते हुए, शाह ने कहा कि राज्य के लोग इस साल तीन दिवाली मनाएंगे, जिसमें एक भाजपा की जीत के लिए और दूसरी प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अयोध्या में भगवान राम लला की मूर्ति की स्थापना के लिए है। छिंदवाड़ा को मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का गढ़ माना जाता है। कमलनाथ मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मैदान में हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद शाह ने आरोप लगाया कि जब दुनिया भारत की विकास गाथा की प्रशंसा कर रही है, तब कांग्रेस को देश में कोई सकारात्मकता नजर नहीं आ रही है।
शाह ने कहा, ‘‘भाई-बहन (राहुल गांधी और प्रियंका गांधी-वाद्रा) चुनाव वाले राज्यों में घूमते हुए पूछते रहते हैं कि (भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र द्वारा) क्या किया गया है, लेकिन वे इसे (विकास को) नहीं समझ पाएंगे क्योंकि उनका मूल स्थान इटली में है। जिनका मूल भारत में है, वे इसे स्पष्ट रूप से समझेंगे।’’ भाजपा अक्सर राहुल और प्रियंका की मां सोनिया गांधी के इतालवी मूल का मुद्दा उठाती रही है।
शाह ने कहा, ‘‘ मध्य प्रदेश के लोग इस साल तीन दिवाली मनाएंगे। पहला रोशनी का त्योहार होगा, दूसरा तब होगा जब राज्य में भाजपा की सरकार बनेगी (तीन दिसंबर को वोटों की गिनती के बाद)। तीसरी दिवाली तब होगी जब प्रधानमंत्री के हाथों राम मंदिर में भगवान राम लला की मूर्ति स्थापित की जाएगी और जश्न मनाया जाएगा।’’ केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि ‘‘राहुल बाबा, भाजपा पर मंदिर वहीं बनायेंगे पर तारीख नहीं बतायेंगे कहकर तंज कसते थे। अब देखिए, मोदी जी ने न सिर्फ मंदिर बनाया बल्कि (प्रतिष्ठा की) तारीख भी बता दी। राहुल जी बस वहां जाएं और संतुष्टि पाने के लिए आशीर्वाद मांगें।’’
एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चित्रकूट में कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर जल्द ही बनकर तैयार हो जाएगा और साथ ही उन्होंने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए उन्हें दिए गए आमंत्रण का भी जिक्र किया था, जो 22 जनवरी को होने की उम्मीद है।
शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने आजादी के बाद से ही अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के निर्माण में रोड़ा अटकाने की कोशिश की। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस ने लोगों को गुमराह किया और मुद्दे पर टाल-मटोल की,लेकिन प्रधानमंत्री बनने और दूसरी बार भारी जनादेश मिलने के बाद, मोदी ने भव्य तरीके से मंदिर की नींव रखी।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस में एकता की कमी है और जो लोग अपने परिवार के लिए राजनीति करते हैं वे देश का भला नहीं कर सकते।
शाह ने कहा, ‘‘ न केवल (राम) मंदिर का निर्माण किया जा रहा है, बल्कि मोदीजी ने अनुच्छेद 370 (जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देना) को रद्द कर दिया है, तीन तलाक को रद्द कर दिया है। एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक किए हैं, चंद्रमा मिशन लॉन्च किया है और अन्य बातों के अलावा महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया है।’’
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘‘खतरनाक आतंकी संगठन’’ पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबंध लगाकर मोदी जी ने देश में आतंकवाद के उभरने की सभी संभावनाओं को खत्म कर दिया है। उन्होंने पिछले नौ वर्षों में आदिवासियों के उत्थान के लिए मोदी सरकार द्वारा किए गए कई कार्यों का भी जिक्र किया। शाह ने कहा, ‘‘पहली बार, ओडिशा की एक आदिवासी महिला (द्रौपदी मुर्मू) देश की राष्ट्रपति बनी हैं।’’
भाजपा ने जुन्नारदेव निर्वाचन क्षेत्र से मौजूदा कांग्रेस विधायक सुनील उइके के खिलाफ नाथन शाह कावरेती को मैदान में उतारा है, जिन्होंने पूर्व में विधायक को हराया था। बाद में कावरेती ने छिंदवाड़ा से लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन असफल रहे।
कमलनाथ पर निशाना साधते हुए, अमित शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता करोड़ों रुपये के कई घोटालों से जुड़े हैं और ‘‘वह मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं’’। उन्होंने कमलनाथ के पहले के वीडियो का संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘वरिष्ठ नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह एक-दूसरे के कपड़े फाड़ने पर आमादा हैं।’’ कमलनाथ का एक वीडियो प्रसारित हुआ था जिसमें उन्होंने मध्य प्रदेश में चुनाव टिकट न दिए जाने से नाराज प्रदर्शनकारियों से कथित तौर पर ‘‘जाओ और दिग्विजय के कपड़े फाड़ो’’कहा था।
शाह ने दावा किया कि गांधी परिवार, कमल नाथ और दिग्विजय सिंह के परिवारों का मध्य प्रदेश पर प्रभाव है, ‘‘लेकिन चीजें खराब हो गईं और दिग्विजय को उनके चेहरे पर तमाचा पड़ा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मध्यप्रदेश में तीन परिवार कांग्रेस चलाते हैं। जहां तीन तिगड़ा है, काम बिगड़ जाता है। आदेश गांधी परिवार का, निर्देश कमलनाथ का चलता है, जब गलती होती है तो चांटा दिग्विजय के गाल पर जड़ देते हैं। मध्य प्रदेश में जहां जाते हैं दिग्विजय और कमलनाथ के लोग एक दूसरे के कपड़े फाड़ने पर उतारू हो जाते है। जो परिवार के लिए राजनीति में है वह मध्य प्रदेश व देश का भला नहीं कर सकते हैं। मोदी जी परिवार के लिए नहीं, गरीब कल्याण के लिए राजनीति में हैं।’’
शाह ने कहा कि भाजपा को हमेशा आदिवासियों का समर्थन मिला है।
उन्होंने कहा,‘‘उसके (भाजपा के) सबसे अधिक विधायक और मंत्री (आदिवासी समुदायों से) हैं। आदिवासियों ने हमेशा मोदी के नेतृत्व में भाजपा को आशीर्वाद दिया है। मोदी जी ने भोपाल में हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर आदिवासी रानी कमलापति के नाम पर रखा।’’ इससे पहले दिन में, शाह ने जबलपुर में रानी दुर्गावती अस्पताल के पास उनके स्मारक पर प्रसिद्ध गोंडवाना आदिवासी शासकों शंकर शाह और उनके बेटे रघुनाथ शाह की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित करके मध्य प्रदेश की अपनी तीन दिवसीय यात्रा की शुरुआत की।
पिता-पुत्र की जोड़ी ने अन्यायी और दमनकारी अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया था और अंग्रेजों ने उन्हें तोप से उड़ा दिया। उनकी वीरता और देशभक्ति के लिए व्यापक रूप से सराहना की जाती है।
इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री ने 17 नवंबर के विधानसभा चुनावों के संबंध में भारतीय जनता पार्टी की मंडल स्तरीय पार्टी बैठक की अध्यक्षता की। पार्टी पदाधिकारियों ने कहा कि अगले दो दिनों में शाह संभागीय बैठकों, जनसभाओं को संबोधित करने और विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए छतरपुर, रीवा, शहडोल, उज्जैन, इंदौर और ग्वालियर जिलों का दौरा करेंगे।