कटनी, उमरियापान:-
गुरुपूर्णिमा का पर्व मंगलवार को उमरियापान क्षेत्र में जगह जगह बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। करौंदी स्थित महर्षि आश्रम के ध्यानहाल में दीप प्रज्वलन के साथ गुरुदेव जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती और महर्षि जी का वैदिक विधिविधान से पूजा अर्चना किया गया। वैदिक मंत्रोउच्चारण के साथ अभिषेक, गुरुपूजन, ध्यान योग, सरस्वती वंदना आदि का पाठ हुआ।
मानव जीवन के लिए गुरु का होना है अति आवश्यक
इस दौरान दूरस्थ शिक्षा निदेशक डॉ निमिता पाठक ने कहा कि मानव जीवन के लिए गुरु का ज्ञान होना अति आवश्यक है। बिना गुरु की कृपा से ज्ञान की प्राप्ति नहीं होती है।उन्होंने कहा कि वेदों में गुरु का स्थान ईश्वर से ऊंचा बताया है। ईश्वर से गुरु नहीं मिल सकते लेकिन गुरु की कृपा से ईश्वर की प्राप्ति संभव है।महर्षि विवि के कुलपति अरविंद सिंह राजपूत ने कहा कि गुरु के बिना ज्ञान नहीं हो सकता। गुरु के सानिध्य में हम ज्ञानार्जन कर विद्या से लेकर ईश्वर की प्राप्ति करते हैं। गुरु शिष्य की परंपरा हमारी वैदिक परंपरा है।
इस दौरान महर्षि आश्रम प्रभारी अरविंद सिंह, मुकेश सक्सेना, राजकुमार श्रीवास्तव, विवि प्रभारी डॉ उमाशंकर तिवारी, डॉ मानवेन्द्र पांडेय, डॉ ओमनारायण तिवारी, रामदरश यादव सहित आश्रम के
आचार्यगण,वेदपाठी ब्राम्हण,जनप्रतिनिधि व बड़ी संख्या में लोंग उपस्थित रहे।गुरुपूजन कार्यक्रम के पूर्व आश्रम परिवार द्वारा विद्यापीठ परिसर में पौधरोपण किया गया।
वहीं उमारियापान के भरभरा आश्रम में संत बनवारीदास महाराज के सानिध्य में गुरुपूर्णिमा पर्व मनाया गया। गुरुपूजन -आरती महोत्सव में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। भरभरा में मेले जैसा नजारा देखने को मिला। सुबह से शुरू हुआ भंडारा देर शाम तक चलता रहा। भंडारे का प्रसाद पाने लोगों की भीड़ लगी रही।वहीं हरदी कुटी पहुंचकर लोगों ने संत कौशिल्यादास जी महाराज का पूजन कर आशीर्वाद लिया।