इंदौर में संसद की परामर्शदात्री समिति की बैठक में शामिल हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान

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इंदौर (भाषा) केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान शुक्रवार को इंदौर में संसद की परामर्शदात्री समिति की एक बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में विद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों में भारतीय भाषाओं के जरिये शिक्षा को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि प्रधान की अध्यक्षता में शिक्षा मंत्रालय से संबद्ध संसद की परामर्शदात्री समिति की दूसरी बैठक आयोजित की गई। बैठक में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार भी उपस्थित थे।

केंद्र सरकार के उच्च शिक्षा विभाग के सचिव विनीत जोशी ने “पीटीआई-भाषा” को बताया कि बैठक में भारतीय भाषाओं के इस्तेमाल से शिक्षा को बढ़ावा देने पर चर्चा की गई।

उन्होंने बताया कि बैठक में आए अलग-अलग सुझावों में यह बात भी शामिल थी कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) जैसी आधुनिक तकनीकों के जरिये ऐसी कक्षाएं बनाई जाएं जहां अलग-अलग भाषाएं जानने वाले बच्चे एक साथ पढ़ाई कर सकें।

जोशी ने बताया, “मध्यप्रदेश और एक-दो अन्य राज्यों में मेडिकल की पढ़ाई हिन्दी में भी हो रही है। इसी तरह, बार कौंसिल ऑफ इंडिया ने कानूनी पाठ्यक्रमों की पढ़ाई हिन्दी में भी शुरू की है।”

उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने देश के करीब 40 उच्च शिक्षा संस्थानों को स्थानीय भाषाओं में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की मंजूरी दी है।

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