प्रधान ने जवाहर नवोदय विद्यालयों और केंद्रीय विद्यालयों के योगदान की सराहना की

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रतलाम (मप्र) (भाषा) केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को कहा कि जवाहर नवोदय विद्यालय और केंद्रीय विद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आधार पर रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।

प्रधान यहां 38.4 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित प्रधानमंत्री श्री जवाहर नवोदय विद्यालय-2, छात्रावास एवं स्टाफ क्वार्टर तथा 35.11 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित संदीपनी विद्यालय भवन का उद्घाटन करने पहुंचे थे।

इस दौरान कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी मौजूद थे।

इस अवसर पर प्रधान ने कहा, “रतलाम के आलोट तहसील में शुरू हुआ यह दूसरा नवोदय विद्यालय है। जवाहर नवोदय विद्यालय और केंद्रीय विद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आधार पर रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। नवोदय विद्यालयों में पढ़ने वाले ग्रामीण पृष्ठभूमि के बच्चे जेईई, नीट जैसी परीक्षाएं पास कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के विद्यालयों में लगभग 1.53 करोड़ बच्चे पढ़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार के सहयोग से इन विद्यालयों में कृत्रिम मेधा (एआई) अध्ययन भी शुरू किया गया है।

मुख्यमंत्री यादव ने कहा, “आज का दिन रतलाम जिले के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसे दो उपहार मिले हैं। आलोट में नवोदय विद्यालय के साथ ही संदीपनी विद्यालय भवन का उद्घाटन किया गया है, जो शिक्षा के क्षेत्र में अहम कदम साबित होगा। जवाहर नवोदय विद्यालय को मुख्य मार्ग से जोड़ने के लिए सड़क का निर्माण किया जाएगा।”

गहलोत ने कहा कि रतलाम में पहला नवोदय विद्यालय कालूखेड़ा में स्थित है।

उन्होंने कहा, “नवोदय विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय और उत्कृष्ट विद्यालय देश भर के छात्रों के शैक्षणिक और नैतिक विकास का विकास कर रहे हैं। शिक्षा सामाजिक और आर्थिक विकास का आधार है। भारत में साक्षरता दर लगातार बढ़ रही है, जिसमें नवोदय विद्यालय और केंद्रीय विद्यालय का अहम योगदान है।”

कार्यक्रम में राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री चेतन कश्यप भी शामिल हुए।

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