KATNI NEWS | कटनी दैनिक मध्यप्रदेश न्यूज़ | ऑन लाइन शापिंग का क्रेज आजकल लोगों में इतना बढ़ गया कि वे दुकानों में जाकर खरीदी करने की बजाय ऑनलाइन खरीदी करना शान की बात समझते है पर कभी-कभी शान दिखाना महंगा पड़ जाता है। ऐसी ही एक घटना गत दिवस माधवनगर थाना क्षेत्र निवासी युवक के साथ घटित हुई जिसमें उसके द्वारा ऑन लाइन मोबाइल शापिंग की और जब पार्सल आया तो वह खाली निकला। युवक द्वारा अपने साथ कंपनी द्वारा की धोखाधड़ी की शिकायत माधवनगर थाने में की गयी है।
लकी कस्टमर बता की ठगी
जानकारी के मुताबिक माधवनगर क्षेत्र निवासी विक्की जदवानी ने बताया कि 4 दिन पूर्व उसके मोबाइल पर सिया शर्मा नामक महिला का फोन आया। महिला द्वारा खुद को सैमसंग कम्पनी का होना बताते हुए कहा कि आप लकी कस्टमर है कम्पनी आपको एम-30 सैमसंग गैलेसकी जिसकी कीमत साढ़े 14 हजार रुपये है साढ़े 4 हजार रुपये में देगी। आप अगर आर्डर करते हैं तो फोन आने पर पार्सल प्राप्त कर लें और राशि जमा कर दें। विक्की द्वारा महंगा मोबाइल 10 गुनी कम कीमत पर मिलने के इस ऑफर को स्वीकार कर लिया और ऑन लाइन शापिंग करते हुए विगत दिवस एक मोबाइल मंगवाया गया।
पोस्टऑफिस से आया फोन
ऑन लाइन ठगी का शिकार बने युवक विक्की ने बताया है कि पार्सल आने की सूचना उसे एसीसी क्षेत्र स्थित पोस्ट ऑफिस से फोन द्वारा मिली। सूचना मिलते ही विक्की नामक युवक ने पोस्ट ऑफिस जाकर अपने पार्सल की मांग की। डाकिये द्वारा उससे एक कोरे कागज में हस्ताक्षर कराकर मोबाइल की राशि अदा करने पर उसे पार्सल दिया और जब युवक ने उसे खोला तो पार्सल के अंदर खाली डिब्बा निकला।
पोस्टमास्टर ने पल्ला झाड़ा
जानकारी के मुताबिक जब विक्की ने खाली पार्सल दिखाते हुए पोस्टमास्टर से शिकायत की कि इसमें तो कुछ नही है। इस पर पोस्टमास्टर ने यह कहते पल्ला झाड़ लिया कि इस मामले में हम कुछ नहीं कर सकते जहां से मोबाइल मंगाया है वहां शिकायत करो। युवक द्वारा उस नंबर पर भी फोन किया जहां से उसे उक्त आकर्षक ऑफर मिला था जिस पर उसने ऑर्डर दिया था लेकिन उक्त नम्बर पर फोन करने वाली महिला से सम्पर्क नहीं हो पाया जिस पर उसे अपने साथ हुई ऑनलाइन ठगी का एहसास हुआ। उसके द्वारा माधवनगर थाने जाकर अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत जरूर की है।
ऐसी घटनाएं बढ़ी
देखा गया कि टीवी चैनलों के अलावा अखबारों में विभिन्न कंपनियों द्वारा अपने उत्पादों की मांग पर ग्राहक के घर पहुंचाने और ऑनलाइन खरीदी पर तरह-तरह के आकर्षक आफर दिये जाते है जिनके चक्कर में फंसकर लोगों द्वारा अपनी इच्छित वस्तुओं की ऑन लाइन शापिंग की जाती है। देखा गया कि जब मंगायी वस्तु का पार्सल आता है और उसमें मंगायी वस्तु नहीं निकलती है तो संबंधित के सामने थाने में शिकायत करने के अलावा कोई चारा शेष नहीं रहता है।
पोस्टमास्टर ने नहीं की मदद
बताया जाता है कि ऑन लाइन ठगी की इस घटना में विक्की जदवानी के पास माधवनगर स्थित पोस्ट ऑफिस से फोन आया था। चूंकि पार्सल लेने के बाद राशि देना था। युवक के बताये अनुसार पोस्टमैन द्वारा उससे कोरे कागज में दस्तखत करवाकर राशि ली गयी और डाक घर द्वारा उक्त राशि पार्सल भेजने वाले को भेजी जाना है। पोस्टमास्टर द्वारा अगर जहां राशि जानी है वहां का पता अगर युवक को दे दिया जाता तो ऑनलाइन ठगी करने वाले आरोपी की पुलिस धरपकड़ कर सकती थी लेकिन पोस्टमास्टर द्वारा संवेदनहीनता बरतते हुए ऐसा नहीं किया गया। मामला पुलिस तक पहुंच गया है। पुलिस मामला दर्ज कर जब पूछताछ करेगी तो पोस्टमास्टर को पार्सल भेजने वाले का पता बताना ही पड़ेगा जिससे ऑनलाइन ठगी करने वाले का पर्दाफाश हो सकता है।