पर्यावरण मंत्री श्री वर्मा सिंगरौली में फ्लाइ ऐश के पर्यावरणीय प्रबंधन कार्यशाला में हुए शामिल
पर्यावरण एवं लोक निर्माण मंत्री श्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से प्रदेश में फलाइ ऐश के शत्-प्रतिशत उपयोग को सुनिश्चित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्वच्छ पर्यावरण के लिये प्रतिबद्ध है। इस संदर्भ में अनेक फैसले लिये जा रहे हैं। पर्यावरण मंत्री श्री वर्मा शनिवार को सिंगरौली में फ्लाइ ऐश पर संबंधी राष्ट्रीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल भी मौजूद थे।
पर्यावरण मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि पर्यावरण की अनदेखी करके विकास और औद्योगीकरण स्वीकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब निर्माण कार्यों में लाल रंग की ईंट के बदले फ्लाइ ऐश से बनी ईंटों का उपयोग किया जायेगा। मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि प्रदेश में प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिये मुख्यमंत्री द्वारा जल्द ही एक नई नीति लाई जा रही है।
सीधी-सिंगरौली राष्ट्रीय राजमार्ग के अधूरे निर्माण कार्य की चर्चा करते हुए मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि इसको जल्द पूरा किये जाने के संबंध में उनकी केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी से चर्चा हो चुकी है। उन्होंने कहा कि सिंगरौली के नागरिकों को स्वच्छ पर्यावरणीय परिवेश सुलभ करवाने के लिये कारगर प्रयास किये जायेंगे।
जल, जंगल एवं जमीन के समन्वय से होगा हरित विकास
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल ने कहा कि जल, जंगल और जमीन के समन्वय से ही हरित विकास होगा। उन्होंने कहा कि कोयला खनन के बाद खदान के भराव की जिम्मेदारी को भी तत्परता से पूरा किया जाना चाहिए। कार्यशाला को रीवा कमिश्नर डॉ. अशोक भार्गव ने भी संबोधित किया। इस मौके पर प्रमुख अभियंता लोक निर्माण श्री आर.के. मेहरा, प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम श्री सुदाम खाड़े और मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण मंडल के सदस्य सचिव श्री आर.एस. कोरी भी मौजूद थे।