नई दिल्ली, 25 मार्च कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए चिकित्सा सेवाओं में विस्तार करने के साथ दिहाड़ी मजदूरों को प्रत्यक्ष अंतरण के माध्मय से तत्काल पैसे दिए जाएं और नौकरियां बचाने के लिए कर में छूट दी जाए क्योंकि अगर इन कदमों में देरी हुई तो यह स्थिति विनाशकारी साबित होगी। उन्होंने कुछ कदम सुझते हुए कहा कि सरकार को कोरोना से लडऩे के साथ अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भी लड़ाई लडऩी होगी।
गांधी ने ट्वीट कर कहा, हमारा देश कोरोना वायरस से युद्ध लड़ रहा है। आज सवाल ए है कि हम सा क्या करें कि कम से कम लोगों की जान जाए? स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए सरकार की बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी है। मेरा मानना है कि हमारी रणनीति दो हिस्सों में बंटी होनी चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा, पहली रणनीति कोरोना का जमकर मुकाबला करना है। संक्रमण रोकने के लिए एकांत में रहना है और बड़े पैमाने पर मरीज़ों की जांच करना है। शहरी इलाक़ों में विशाल आपातकालीन अस्थाई अस्पताल का तुरंत विस्तार करना है, आईसीयू की सुविधा उपलब्ध कराना है।
उन्होंने कहा, दूसरी रणनीति अर्थव्यव्स्था को लेकर है। दिहाड़ी मज़दूरों को फ़ौरन सहायता चाहिए।उनके अकाउंट में प्रत्यक्ष अंतरण के जरिए पैसे पहुंचाए जाएं। राशन मुफ़्त उपलब्ध हो। इसमें कोई भी देरी विनाशकारी होगी। व्यापार ठप है। कर में छूट मिले, आर्थिक सहायता भी मिले ताकि नौकरियां बच जाए। छोटे-बड़े व्यापारियों को ठोस सरकारी आश्वासन मिले।