जयपुर, 27 मार्च आध्यात्मिक संस्थान ब्रह्मकुमारी की प्रशासक राजयोगिनी दादी जानकी का लंबी बीमारी के बाद 104 वर्ष की आयु में निधन हो गया। संस्थान की ओर से शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, दादी जानकी का निधन माउंट आबू के एक अस्पताल में गुरुवार देर रात दो बजे हुआ। वह पिछले दो महीने से श्वास और पेट संबंधी बीमारियों से पीड़ित थीं। दादी का अंतिम संस्कार ब्रह्मकुमारी संस्थान के मुख्यालय स्थित शांति वन परिसर में शुक्रवार को किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर संवेदना व्यक्त की है। मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, “ब्रह्मकुमारी की प्रमुख राजयोगिनी दादी जानकी जी, ने समाज की सेवा पूरी लगन के साथ की है। उन्होंने दूसरों के जीवन में सकारात्मक अंतर लाने का प्रयास किया। महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में उनके प्रयास उल्लेखनीय थे। इस दुख की घड़ी में मेरे विचार उनके अनगिनत अनुयायियों के साथ हैं। ओम शांति। “
बयान के मुताबिक, महिलाशक्ति की प्रेरणास्त्रोत राजयोगिनी दादी जानकी का जन्म एक जनवरी 1916 को पाकिस्तान के हैदराबाद के सिंध प्रांत में हुआ था। 21 वर्ष की आयु में उन्होंने अध्यात्म का रास्ता चुना। 1970 में वह भारतीय दर्शन, राज योग और मानवीय मूल्यों की स्थापना के लिए पश्चिमी देशों में चली गयीं। उन्होंने 140 देशों में 140 सेवा केंद्र स्थापित किए। इसमें कहा गया कि उन्हें स्वच्छता बनाए रखने के क्षेत्र में उनके कार्यों के लिए सरकार द्वारा ब्रांड एंबेसडर के रूप में नियुक्त किया गया था। बयान के मुताबिक 46,000 महिलाओं सहित लगभग 20 लाख लोग ब्रह्मकुमारी संस्थान से जुड़े हैं। विश्व में स्थापित 8000 सेवा कें पर मुख्य प्रशासक महिलाएं हैं। (भाषा)