रमजान में घर पर ही करें इबादत और इफ्तार : नकवी

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नई दिल्ली, 13 अप्रैल (भाषा) केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सोमवार को मुस्लिम समुदाय से आह्वान किया कि कोरोना संकट को ध्यान में रखते हुए कुछ दिनों बाद शुरू हो रहे रमजान के पवित्र महीने के दौरान लोग लॉकडाउन एवं सामाजिक दूर्री सोशल डिस्टेंसिंगी बनाए रखने का पूरी तरह पालन करें और अपने घरों में ही इबादत व इफ्तार करें। 

नकवी की ओर जारी बयान के मुताबिक उन्होंने अपने दफ्तर पहुंचकर मुस्लिम समाज के कई धर्मगुरुओं, संगठनों के प्रतिनिधियों और राज्य वक्फ बोर्डों के पदाधिकारियों से फोन पर बातचीत और फिर यह अपील जारी की। उन्होंने कहा कि लोग ‘तराबी’ भी अपने घरों में पढ़ें। तराबी रमजान के महीने में पढ़ी जाने वाली विशेष नमाज है। भारत में रमजान की शुरूआत 24 अथवा 25 अप्रैल से होगी। 

नकवी ने बताया, केंद्रीय वक्फ परिषद के माध्यम से सभी राज्य वक्फ बोर्डों को निर्देशित किया गया है कि रमजान के पवित्र महीने में लॉकडाउन एवं सामाजिक दूरी बनाए रखने के दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराएं। उनके मुताबिक किसी भी धार्मिक स्थल पर लोगों के इकट्ठा होने से रोकने के प्रभावी उपाय करने होंगे। सभी धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों एवं स्थानीय प्रशासन की इस कार्य में मदद लेनी व देनी चाहिए। 

नकवी ने कहा, पिछले दिनों शब-ए-बारात के मौके पर राज्य वक्फ बोर्डों के प्रयासों और सामाजिक एवं धार्मिक लोगों के सकारात्मक कोशिशों से भारतीय मुसलमानों ने अपने घरों पर ही इबादत की और अन्य धार्मिक कार्यों को पूरा किया। भारतीय मुसलमानों ने कोरोना के कहर को ध्यान में रखकर लॉकडाउन का जिस ईमानदारी के साथ पालन किया, वह सराहनीय है। 

नकवी ने कहा कि भारत में भी लाखों मस्जिद, दरगाहें, इमामबाड़े, ईदगाहें, मदरसे एवं अन्य धार्मिक स्थल हैं जहां रमजान में इबादत, तराबी, इफ्तार आदि का आयोजन होता है और वहां बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने की परंपरा रही है। लेकिन कोराना के कहर के चलते देश भर में लॉकडाउन केन्द्र एवं सभी राज्यों सरकारों द्वारा लागू किया गया है जिसका इस बार सभी को पालन करना है। 

नकवी ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर लॉकडाउन एवं सामाजिक दूरी बनाए रखने का देश गंभीरता से पालन कर रहा है। हमारी किसी भी तरह की लापरवाही हमारे परिवार, पूरे समाज और मुल्क के लिए परेशानी बढ़ा सकती है। हमें करोना को शिकस्त देने के लिए सरकारी दिशानिर्देशों का पूरी ईमानदारी से पालन करना चाहिए।

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