इंदौर, 14 अप्रैल (भाषा) देश में कोरोना वायरस संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में शामिल इंदौर के एक वरिष्ठ पत्रकार ने खुद के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की जानकारी मंगलवार को फेसबुक पर दी।
शहर के एक हिन्दी दैनिक में काम करने वाले 50 वर्षीय वरिष्ठ संवाददाता ने अपनी फेसबुक पोस्ट में कहा, “मैं इंदौर का पहला फील्ड रिपोर्टर बन गया हूं जिसे नोवेल कोरोना वायरस ने चपेट में लिया है। मेरे संक्रमित होने से यह स्थापित थ्योरी भी गलत साबित हुई है कि तेज और लगातार बुखार, खांसी, सर्दी, छींकें, सांस लेने में तकलीफ इत्यादि लक्षण होने पर ही कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकता है।”
उन्होंने कहा,मुझे उक्त लक्षण नहीं हुए और सामान्य बुखार 99 से 101 फॉरेनहाइट में ही कोविड-19 हो गया। चिकित्सा शिक्षा विभाग के एक आला अधिकारी ने पुष्टि की कि 50 वर्षीय पत्रकार का नाम कोरोना वायरस से संक्रमित नए मरीजों की सूची में शामिल है। इस बीच, वरिष्ठ संवाददाता के कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद स्थानीय मीडिया बिरादरी की चिंताएं बढ़ गई हैं।
इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, “हम प्रदेश सरकार और मीडिया संस्थानों के प्रबंधन, दोनों से मांग करते हैं कि वे शहर के कोविड-19 संक्रमित इलाकों में कवरेज कर रहे पत्रकारों को निजी सुरक्षा उपकरर्ण पीपीईी मुहैया कराएं।
उन्होंने कहा कि जिस तरह शहर में ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मियों और अन्य सरकारी कारिंदों के लिए उनके परिवार से अलग रहने की व्यवस्था की गई है, उसी तरह उन पत्रकारों के लिए भी अस्थाई आवास के इंतजाम किए जाने चाहिए जो पत्रकारिता का फर्ज निभाते हुए कोविड-19 संक्रमित इलाकों में कवरेज में जुटे हैं।
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक शहर में मंगलवार दोपहर तक कोविड-19 के कुल 411 मरीजों की पहचान हुई है। इनमें से 35 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है। आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि शहर में कोविड-19 के मरीजों की मृत्यु दर पिछले कई दिन से राष्ट्रीय स्तर के मुकाबले कहीं ज्यादा बनी हुई है।