नई दिल्ली, 14 मई (भाषा)रेलवे ने 30 जून तक की यात्रा के लिए नियमित ट्रेनों में की गई सभी पुरानी बुकिंग को रद्द करने और टिकट के पूरे पैसे वापस करने का फैसला किया है।
रेलवे के एक आदेश में कहा गया है कि एक मई से आरंभ की गई श्रमिक विशेष ट्रेन सेवा और 12 मई से शुरू की गई विशेष ट्रेनों का संचालन जारी रहेगा। जो टिकट रद्द किए जाएंगे, वे लॉकडाउन की अवधि में उस समय बुक कराए गए थे, जब रेलवे ने जून में यात्रा के लिए बुकिंग की अनुमति दी थी।
आदेश में कहा गया है, आगामी सलाह तक मेलाएक्सप्रेस, यात्री एवं उपनगरीय सेवाओं समेत नियमित यात्री सेवाएं रद्द कर दी गई हैं। इसमें कहा गया है, 30 जनू, 2020 तक की उक्त ट्रेनों के लिए बुक किए गए सभी टिकट रद्द किए जाएं और प्रावधानों के अनुसार पूरा पैसा वापस किया जाए।
इंटरनेट के माध्यम से बुक किए गए सभी टिकटों का पैसा अपने-आप वापस आ जाएगा और जिन लोगों ने 21 मार्च के बाद यात्रा के लिए टिकट खिड़की से टिकट खरीदे थे, वे यात्रा की तारीख से छह महीने के भीतर टिकट जमा कराके पैसा वापस ले सकते हैं।
आदेश में कहा गया है, यात्री टिकट का पैसा वापस लेने के लिए तीन दिन के बजाए यात्रा की तारीख से छह महीने के भीतर स्टेशन पर टीडीआर्र टिकट जमा रसीदी दाखिल कर सकते हैं और मुख्य दावा अधिकार्री सीसीओी के कार्यालय र्में 10 दिन के बजाएी अगले 60 दिन में विस्तृत टीडीआर दाखिल कर सकते हैं।
इसमें कहा गया है कि ई-टिकटों के लिए नलाइन टिकट रद्द करने और पैसे वापस मिलने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, लेकिन यात्री अपने टिकट 139 हेल्पलाइन नंबर या आईआरसीटीसी की वेबसाइट से भी रद्द करा सकते हैं और ट्रेन के प्रस्थान की निर्धारित अवधि के बजाए यात्रा से छह महीने के भीतर टिकट खिड़की से पैसा वापस ले सकते हैं।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए बंद के कारण 25 मार्च से रेलवे ने नियमित मेल, एक्सप्रेस, यात्री एवं उपनगरीय सेवाएं निलंबित कर दी थीं।