भोपाल, 27 मई (भाषा) कोरोना वायरस के चलते मध्य प्रदेश सरकार की मांग पर केंद्र ने चालू रबी विपणन सीजन में चना, मसूर और सरसों का उत्पादन करने वाले किसानों को बड़ी राहत देते हुए मूल्य समर्थन योजर्ना पीएसएसी के तहत प्रदेश में प्रति किसान, प्रति दिन 25 क्विटंल खरीद की सीमा को हटा दिया है।
इस बारे में प्रदेश के किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने केंद्र सरकार से राहत देने का अनुरोध किया था। इसके तहत भारत सरकार ने मध्य प्रदेश में चना, मसूर, सरसों की प्रति व्यक्ति, प्रतिदिन अधिकतम उपार्जन सीमा को समाप्त कर दिया है।
पटेल ने बुधवार को पीटीआई भाषा को बताया, इस निर्णय से मध्य प्रदेश के किसानों को तत्काल फायदा होगा क्योंकि किसान अपनी पूरी फसल बेच सकेगा, भले ही यह 25 क्विंटल से अधिक क्यों न हो। इससे किसानों के ईंधन और श्रम की बचत होगी।
अब तक किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए कई चक्कर लगाने पड़ते थे और इसमें कई बार वह बिचौलियों को समर्थन मूल्य से कम पर भी फसल बेच देते थे।प्रदेश के कृषि मंत्री ने कहा कि इससे किसानों को कोरोना महामारी से भी सुरक्षा मिलेगी क्योंकि उन्हें बार-बार बाहर नहीं जाना पड़ेगा।