कटनी खाद्य आपूर्ति निगम प्रबंधक के घर छापा, लोकायुक्त पुलिस ने की चार स्थानों पर एक साथ कार्रवाई
कटनी / इंदौर
लोकायुक्त पुलिस ने आज सुबह कटनी के खाद्य एवं आपूर्ति निगम प्रबंधक सलमान हैदर के इंदौर के 4 ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की। हैदर के यहां नकदी तो कम मिली, लेकिन अलमारियों ने मकान, दुकान, प्लाटों और फ्लैटों के दस्तावेज उगले। करोड़ों की काली संपत्ति होने का अंदेशा लगाया जा रहा है।
आज सुबह ५ बजे के करीब लोकायुक्त पुलिस की चार टीमों ने एक साथ कटनी खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के प्रबंधक सलमान हैदर के यहां कार्रवाई की। डीएसपी राहुल गजभिए के नेतृत्व में मुख्य टीम १ बारगल कॉम्प्लेक्स के फ्लैट नंबर २०२, २०३ व २०४ में पहुंची। ये तीनों फ्लैट खरीदकर संयुक्तीकरण करवा लिए थे।
यहां पर वे अपनी दूसरी पत्नी के साथ रहते हैं। जांच के पहले चरण में ५ लाख नकद, गोल्ड, महालक्ष्मी नगर में दुकान, ग्लेमर हाइवे सिटी राऊ में दो प्लॉट, विजय नगर स्थित जीवन अपार्टमेंट में एक फ्लैट, गुलाबबाग कॉलोनी में तीन प्लॉट और इनोवा कार निकली। इसके अलावा दूसरी टीम कागदी पुरा स्थित मुस्कान अपार्टमेंट के सेकंट फ्लोर पर पहुंची।
यहां पर उनकी पहली पत्नी रहती हैं। तीसरा छापा २३ छत्रीपुरा पर डाला गया, जहां पर छोटा दामाद जाहिर हुसैन रहता है। चौथा दल ४७ नंदनवन विजयनगर माणिक बाग रोड पर अम्मार के साले के यहां पहुंचा। लोकायुक्त को जानकारी थी कि उन्होंने कई कारोबार व संपत्ति साले के नाम पर कर रखी है। लोकायुक्त एसपी सव्यसांची सराफ के नेतृत्व में हुई कार्रवाई में ५० से अधिक अफसर व कर्मचारी शामिल थे।
हज के दौरान आए थे चर्चा में
सालभर पहले हैदर अपनी दो पत्नी, एक बेटा और एक बेटी के साथ हज करने गए थे। छह लाख रुपए प्रति व्यक्ति के पैकेज पर परिवार ने हज यात्रा की थी। आने और जाने के बाद में शाही भोज रखा गया था, जिसमें लाखों रुपए खर्च किए गए थे। दोनों ही आयोजन खासे चर्चा में थे। सूत्रों की माने तो कुछ समय पहले कागदीपुरा स्थित इमामबाड़ा में जीर्णोद्धार का काम किया गया था, इसमें करोड़ रुपए खर्च हुए थे, जिसमें बड़ी रकम हैदर ने ही दी थी। बाद में जब उद्घाटन किया गया था तब आयोजन का पूरा पैसा उन्होंने ही खर्च किया था। देश भर से अतिथियों को बुलाया गया था।
करोड़ों के हैं जेवर
४ जगह छापामार कार्रवाई में लोकायुक्त को नकद से ज्यादा जेवर मिले। बताया जा रहा है कि जेवरों की कीमत ४ से ५ करोड़ रथपए में है। लोकायुक्त पुलिस ये भी जानकारी निकाल रही है कि हैदर के बैंक में कितने खाते और लॉकर हैं उसकी भी जांच कराई जाएगी।
शुरुआत क्लर्क से
सूत्रों के मुताबिक हैदर क्लर्क पद से विभाग में नौकरी पर लगे थे। जादूगरी के चलते वे अफसरों के खास हो जाते थे जिसके चलते तेजी से उनका प्रमोशन हुआ। प्रबंधक के पद पर होने के बावजूद कुछ समय पहले वे आला अफसरों से सांठगांठ कर होशंगाबाद जिले के प्रभारी बन गए थे। सौफिया फारुखी विभाग की एमडी बनीं तब उन्होंने कारनामों को देख उन्हें मूल पद पर भेज दिया।
आपको बता दें कि हैदर इस समय अपने माधवनगर, कटनी स्थित मकान में है और जब छापेमारी के बारे में उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा की ना तो मुझे इस कार्यवाही की कोई जानकारी है और ना ही लोकायुक्त की टीम ने मुझसे कोई संपर्क किया है।