मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने बजट-2019-20 पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह खाली खजाने के बीच मध्यप्रदेश की खुशहाली का बजट है। किसान, युवा, गरीब, अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसंख्यक और मध्यम वर्ग के हित में बजट में जो चिंता की गई है, उससे अगले 5 साल में प्रदेश के वास्तविक विकास का नक्शा बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट नए मध्यप्रदेश के निर्माण का ऐसा आईना है, जिसमें समृद्ध प्रदेश की तस्वीर साफ दिखलाई देती है।
श्री नाथ ने कहा कि पिछले 6 माह में खाली खजाने के बावजूद प्रदेश के विकास की दिशा में सुविचारित कदम उठाये गए हैं। जनता से किए गए वचनों को पूरा करने की इच्छाशक्ति इस बजट से स्पष्ट होती है। ग्रामीण विकास के साथ शहरी क्षेत्रों के लिये पर्याप्त प्रावधान किया गया है। औद्योगीकरण के साथ युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिये भी योजनाओं का प्रावधान किया गया हैं। पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी बुनियादी आवश्यकताओं को पूरी करने की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने कहा की
“आज पेश सरकार का पहला बजट पूरी तरह किसानों,युवाओं,महिलाओं के साथ-साथ समाज के सभी वर्गों को समर्पित रहा है।
यह पूरी तरह से लोक लुभावन,जनहितैषी बजट होकर प्रदेश में विकास के नयें आयाम स्थापित करेगा। किसानों के लिये,रोज़गार के लिये,महिलाओं के सशक्तिकरण के लिये,श्रमिकों के लिये,कुपोषण दूर करने के लिये,तहसील स्तर तक सड़कों के निर्माण के लिये,आदर्श शहर विकसित करने के लिये,सभी को साफ़-स्वच्छ पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिये,बेहतर शिक्षा -स्वास्थ्य के लिये,आदिवासी वर्ग, अनुसूचित जाति-जनजाति,पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक वर्ग,गौशाला निर्माण सहित प्रदेश हित की कई योजनाओं के लिये बग़ैर कोई नया कर लगाये बजट में उल्लेखनीय प्रावधान किये गये है।
विकास की दृष्टि से यह मील का पत्थर साबित होगा।”