बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स ने बृहस्पतिवार को 637 अंक की लंबी छलांग लगाई जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 11,000 अंक के स्तर के पार निकल गया। ऐसी चर्चा है कि सरकार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की आय पर ऊंचे कर-अधिभार के कदम को वापस लेने की घोषणा कर सकती है। इस चर्चा के बीच बाजारों में तेजी आई।
कारोबार के अंतिम घंटे में ऊर्जा, तेल एवं गैस, वाहन और आईटी कंपनियों के शेयरों में जोरदार लिवाली देखने को मिली। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के दौरान 750 अंक तक घूमने के बाद अंत में 636.86 अंक या 1.74 प्रतिशत की बढ़त के साथ 37,327.36 अंक पर बंद हुआ। दिन में कारोबार के दौरान इसने 37,405.48 अंक का उच्चस्तर छुआ। यह 36,655.41 अंक तक नीचे भी आया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 176.95 अंक या 1.63 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,032.45 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान निफ्टी 11,058.05 अंक के उच्चस्तर तक गया तथा यह 10,842.95 अंक के निचले स्तर तक भी आया।
सेंसेक्स और निफ्टी में यह 20 मई से एक दिन की सबसे ज्यादा बढ़त है। उस दिन सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने 3.6 प्रतिशत की छलांग लगाई थी। कारोबारियों ने कहा कि इस तरह की खबरों के बाद कि सरकार एफपीआई पर ऊंचा अधिभार वापस ले सकती है, से निवेशकों की धारणा मजबूत हुई। जुलाई में बजट पेश् होने के बाद से ही विदेशी निवेशक लगातार बिकवाली कर रहे हैं। इससे पूंजी बाजारों के अलावा रुपया भी दबाव में है।
सेंसेक्स की कंपनियों में एचसीएल टेक, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज आटो, रिलायंस इंडस्ट्रीज, हीरो मोटोकॉर्प, यस बैंक, मारुति, एचडीएफसी बैंक और बजाज फाइनेंस के शेयरों में 6.43 प्रतिशत तक का लाभ रहा। वहीं दूसरी ओर टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक और एक्सिस बैंक के शेयरों में 3.77 प्रतिशत तक की गिरावट आई।
सेंट्रम वेल्थ मैनेजमेंट के प्रमुख (इक्विटी एडवाइजरी) देवांग मेहता ने कहा कि एफपीआई पर अधिभार को लेकर स्पष्टीकरण या इससे वापस लेने की चर्चा के बीच बाजारों ने आज कुछ राहत की सांस ली। बाजार में हालिया करेक्शन की वजह यह रही कि एफपीआई बजट के बाद से लगातार बिकवाली कर रहे हैं। पिछले कुछ दिन के दौरान उनकी बिकवाली तेज हुई है। अर्थव्यवस्था में सुस्ती, कुछ क्षेत्रों के कमजोर तिमाही नतीजों तथा व्यापार युद्ध के बीच वैश्विक स्तर पर उतार-चढ़ाव की वजह से यहां भी बाजार प्रभावित हुआ है।
मेहता ने कहा कि वित्त मंत्रालय उद्योग के भागीदारों के साथ गहन चर्चा कर रहा है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि अर्थव्यवस्था का भरोसा कायम करने वाले कुछ उपायों की घोषणा हो सकती है। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में 0.74 प्रतिशत तक की तेजी आई। अन्य एशियाई बाजारों चीन के शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग के हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया के कॉस्पी और जापान के निक्की में लाभ रहा। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार भी लाभ में चल रहे थे।
इस बीच अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में दिन मे कारोबार के दौरान रुपया 23 पैसे की बढ़त के साथ 70.66 प्रति डॉलर पर चल रहा था। ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 1.58 प्रतिशत की बढ़त के साथ 57.12 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था।