नई दिल्ली,
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में स्थित गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब परिसर में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की छपाई के लिए आठ करोड़ रूपए की लागत से आधुनिक प्रिंटिंग प्रेस की स्थापना की गई है।
श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी के प्रामाणिक प्रकाशन के लिए विश्व में शिरोमणि गुरद्वारा प्रबन्धक समिति, अमृतसर और दिल्ली सिख गुरद्वारा प्रबन्धक समिति ही कानूनी तौर पर अधिकृत है। इसी दायित्व को निभाते हुए दिल्ली सिक्ख गुरुद्वारा प्रबन्धक समिति ने गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब परिसर में आठ करोड़ रूपए की लागत से मल्टी कलर अत्याधुनिक प्रिंटिंग प्रेस स्थापित की है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबन्धक समिति के अध्यक्ष सरदार मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि इस प्रेस में सिख धर्म की परंपराओं का अनुसरण करते हुए पावन श्री गुरु ग्रंथ साहिब की छपाई की जाएगी। यहां प्रकाशित प्रामाणिक सामग्री को देश के सिख समुदाय के साथ ही दुनिया के लगभग 40 देशों में गुरूद्वारों और सिख समुदाय के लोगों को सस्ती दर पर उपलब्ध कराया जाएगा।
सिरसा ने बताया कि नई पर्यावरण अनुकूल प्रिंटिंग प्रेस प्रति घण्टा लगभग पन्द्रह हज़ार रंगीन पन्ने प्रकाशित करने की क्षमता रखती है तथा इसके स्थापित होने से अप्रवासी भारतीयों में श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बढ़ती मांग को पूरा किया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि गुरू ग्रंथ साहिब 1430 पन्ने की एक धार्मिक किताब भर नहीं है बल्कि इसे सिख धर्म में गुरू का दर्जा हासिल है। इस पावन ग्रंथ की छपाई के दौरान भी इसके ऊंचे रुतबे का पूरा मान रखा जाता है।
गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब परिसर में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की छपाई के लिए आठ करोड़ रूपए की लागत से आधुनिक प्रिंटिंग प्रेस की स्थापना की गई है। उन्होंने बताया कि यह नई मशीन दो रंग में छपाई करने वाली 20 साल पुरानी प्रिंटिंग प्रेस का स्थान लेगी। इस प्रेस से श्री गुरू ग्रंथ साहिब की लगभग एक लाख प्रतियों का प्रकाशन किया गया है। (भाषा)