तीन तलाक की कुप्रथा से पीड़ित मुस्लिम महिलाओं को न्याय और सम्मान से जीने का हक मिला : मोदी

फाइल फोटो
Share this news

तीन तलाक निषेध संबंधी विधेयक को महिला सशक्तीकरण की दिशा में ऐतिहासिक कदम करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि इससे करोड़ों मुस्लिम माताओं-बहनों को सम्मान से जीने का हक और तीन तलाक की कुप्रथा से पीड़ित मुस्लिम महिलाओं को न्याय मिला है। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट किया, पूरे देश के लिए आज एक ऐतिहासिक दिन है। आज करोड़ों मुस्लिम माताओं-बहनों की जीत हुई है और उन्हें सम्मान से जीने का हक मिला है।  उन्होंने कहा कि सदियों से तीन तलाक की कुप्रथा से पीड़ित मुस्लिम महिलाओं को आज न्याय मिला है। इस ऐतिहासिक मौके पर वे सभी सांसदों का आभार व्यक्त करते हैं। 

मोदी ने कहा कि तीन तलाक विधेयक का पास होना महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है। उन्होंने कहा, तुष्टीकरण के नाम पर देश की करोड़ों माताओं-बहनों को उनके अधिकार से वंचित रखने का पाप किया गया। मुझे इस बात का गर्व है कि मुस्लिम महिलाओं को उनका हक देने का गौरव हमारी सरकार को प्राप्त हुआ है।  

गौरतलब है कि संसद ने मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक देने की प्रथा पर रोक लगाने के प्रावधान वाले एक ऐतिहासिक विधेयक को मंगलवार को मंजूरी दे दी। विधेयक में तीन तलाक का अपराध सिद्ध होने पर संबंधित पति को तीन साल तक की जेल का प्रावधान किया गया है।
मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक को राज्यसभा ने 84 के मुकाबले 99 मतों से पारित कर दिया। लोकसभा इसे पहले ही पारित कर चुकी है।

About Post Author

Advertisements