पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू का इस्तीफा शनिवार को स्वीकार कर लिया। सूत्रों ने यहां बताया कि सिद्धू का इस्तीफा पंजाब के राज्यपाल वी पी सिंह बदनौर को भेज दिया गया है।
सिद्धू ने पंजाब मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था जिसके कुछ दिनों बाद उनका इस्तीफा स्वीकार किया गया।
इस सप्ताह दिल्ली आए सिंह ने मंगलवार को कहा कि वह चंडीगढ़ पहुंचकर पत्र के बिन्दुओं पर गौर करने के बाद ही सिद्धू के इस्तीफे पर फैसला लेंगे।
मुख्यमंत्री बुधवार शाम को चंडीगढ़ लौट गए। सिद्धू का मुख्यमंत्री से टकराव चल रहा था और उन्हें छह जून को हुए मंत्रिमंडल फेरबदल में अहम मंत्रालयों से दूर रखा गया।
उन्होंने रविवार को ट्विटर पर कांग्रेस अध्यक्ष को संबोधित करते हुए राज्य मंत्रिमंडल से 10 जून को दिए अपने इस्तीफे को सार्वजनिक कर दिया था।
इस सप्ताह की शुरुआत में अमरिंदर ने कहा था कि अगर क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू अपना काम नहीं करना चाहते हैं तो वह कुछ नहीं कर सकते।
सिद्धू ने 15 जुलाई को कहा था कि उन्होंने अपना इस्तीफा अमरिंदर को भेज दिया है।
मुख्यमंत्री ने छह जून को सिद्धू से स्थानीय सरकार और पर्यटन एवं संस्कृति मामलों का विभाग ले लिया था और उन्हें बिजली तथा नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा विभाग दे दिया था।
विभागों में तब्दीली किए जाने के बाद से ही सिद्धू और उनकी पत्नी नवजोत कौर ने मीडिया से दूरी बना रखी थी।
सिंह और उनके मंत्री के बीच तनाव पिछले महीने तब जगजाहिर हो गया था जब मुख्यमंत्री ने सिद्धू पर स्थानीय सरकार विभाग को संभालने में अकुशलता का आरोप लगाते हुए दावा किया था कि इसकी वजह से लोकसभा चुनावों में शहरी इलाकों में कांग्रेस ने खराब प्रदर्शन किया।
बहरहाल, सिद्धू ने कहा था कि उनके विभाग को सार्वजनिक तौर पर निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा था कि उन्हें हल्के में नहीं लिया जा सकता क्योंकि उन्होंने हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है।