रिजर्व बैंक ने बुधवार को खुदरा मुद्रास्फीति के अगले 12 माह के दौरान उसके तय दायरे में रहने का अनुमान व्यक्त करते हुए कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में खुदरा मुद्रास्फीति के 3.5 प्रतिशत से 3.7 प्रतिशत के दायरे में रहने का अनुमान है।
रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति समीति की बैठक के बाद बुधवार को कहा कि 2019-20 की दूसरी छमाही के लिए संतुलित जोखिम के साथ मुद्रास्फीति 3.5- 3.7 प्रतिशत के दायरे में रहने का लक्ष्य रखा है। वहीं दूसरी तिमाही में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति के दूसरी तिमाही में 3.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
रिजर्व बैंक ने कहा, मौद्रिक नीति समिति ने कहा कि मौजूदा मुद्रास्फीति 12 महीने से अधिक अवधि के लिए लक्ष्य के दायरे में रहने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2020-21 की पहली छमाही के दौरान खुदरा मुद्रास्फीति 3.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है। रिजर्व बैंक ने बुधवार को घोषित माद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर में 0.35 प्रतिशत की कटौती की है।
इससे पहले जून में हुई मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में रिजर्व बैंक ने इस वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में खुदरा मुद्रास्फीति के 3.4- 3.7 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया था।