अमृतसर, 2 अप्रैल (भाषा) पद्म श्री से सम्मानित स्वर्ण मंदिर के पूर्व हजूरी रागी की बृहस्पतिवार सुबह यहां कोरोना वायरस से मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में कोविड-19 से मरने वाले लोगों की संख्या पांच हो गई है। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि गुरबाणी के सभी रागों का ज्ञान रखने वाले 62 वर्षीय पूर्व हजूरी रागी हाल ही में विदेश से लौटे थे और बुधवार को वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे।
सरकारी मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. सुजाता शर्मा ने बताया कि उनकी हालत बुधवार शाम को बिगडऩी शुरू हो गई थी और उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था। बृहस्पतिवार तड़के साढ़े चार बजे उनका निधन हो गया। शर्मा ने बताया कि उन्हें 30 मार्च को सांस लेने में दिक्कत और चक्कर आने की शिकायत के बाद यहां गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अधिकारियों के अनुसार, विदेश से लौटने के बाद उन्होंने दिल्ली तथा कुछ अन्य स्थानों पर बड़े धार्मिक सम्मेलन किए थे। उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों और अन्य रिश्तेदारों के साथ 19 मार्च को चंडीगढ़ के एक घर में कीर्तन भी किया था।
अधिकारियों ने बताया कि उनकी दो बेटियों, बेटे, पत्नी, ड्राइवर और उनके साथ चंडीगढ़ गए छह अन्य लोगों के नमूने भी जांच के लिए भेजे जाएंगे। उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ प्रशासन को इस संबंध में आवश्यक कदम उठाने के लिए सेक्टर 27 में हुई धार्मिक सभा के बारे में सूचित कर दिया गया है। इन्हें 2009 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। उन्हें गुरु ग्रंथ साहिब की गुरबाणी के सभी 31 रागों का ज्ञन था। उनकी मौत के साथ ही राज्य में इस संक्रामक रोग से मरने वालों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है।
पंजाब में अभी तक कोरोना वायरस के कुल 46 मामले आए हैं। नवांशहर से 19, मोहाली से 10, होशियारपुर से छह, जालंधर से पांच, लुधियाना से तीन, अमृतसर से दो और पटियाला से एक मामला सामने आया है। इन 46 मामलों में से एक मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।