नई दिल्ली, 7 अप्रैल (भाषा) भारत ने प्रत्एक मामले के हिसाब से पड़ोसी देशों समेत अन्य को मलेरिया की दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन निर्यात करने का फैसला किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मदद करने की भारत की प्रतिबद्धता के अनुरूप यह फैसला किया गया है।
हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन मलेरिया के इलाज में प्रयुक्त होने वाली पुरानी और सस्ती दवा है।पिछले महीने, भारत ने हाइड्रोक्सील क्लोरोक्वीन के निर्यात पर रोक लगा दी थी जब ऐसी खबरें आयीं कि कोविड-19 मरीजों का इलाज कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों को संक्रमण से बचाने के लिए इस दवा का इस्तेमाल किया जा सकता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, भारत का रुख हमेशा से यह रहा है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुटता एवं सहयोग दिखाना चाहिए। इसी नजरिए से हमने अन्य देशों के नागरिकों को उनके देश पहुंचाया है। उन्होंने इस विषय पर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा, वैश्विक महामारी के मानवीय पहलुओं के मद्देनजर, यह तय किया गया है कि भारत अपने उन सभी पड़ोसी देशों को पेरासिटामोल और एचसीक्र्यू हाइड्रोक्लोरोक्वीनी को उचित मात्रा में उपलब्ध कराएगा जिनकी निर्भरता भारत पर है। भारत को अपने निकटतम पड़ोसियों श्रीलंका और नेपाल के अलावा कई अन्य देशों से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की आपूर्ति को लेकर अनुरोध प्राप्त हुए हैं।