कटनी , दैनिक मध्यप्रदेश
देश के सबसे लम्बे रेल्वे ब्रिज ग्रेड सैपरेटर का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। यह ब्रिज अप लाइन पर 14.2 किलोमीटर तथा डाउन लाइन पर 7 किलो मीटर कुल 21.2 किलोमीटर लम्बा बनाया जा रहा है। यह ब्रिज झलवारा कटंगी से मझगवां तक बनाया जा रहा है। आज मुड़वारा स्टेशन में इसके पिलर खड़े करने के लिए पेड़़ों को काटा गया। इसके पूर्व रेल्वे की निर्माण कम्पनी इंडियन रेल्वे कंस्ट्रक्शन कम्पनी लिमिटेड इरकॉन ने कुल 600 पिलर बनाये जाने के लिये चिन्ह लगाकर वहां कांक्रीट के स्थाई निशान बना दिये हैं, जिसमें पीडब्ल्यूआई भवन और हॉस्टल को हटाया जा रहा है। इसके अलावा मिशन स्कूल के अन्दर तथा मुड़वारा स्टेशन के बाहर पार्किंग एरिये में भी ब्रिज के पिलर के निशान लगाये गये हैं।
इरकॉन द्वारा इस ब्रिज की तैयारी में सर्वे के बाद स्थल चयन, अधिग्रहण और दावे आपत्ति का काम पूरा कर अब स्थल को खाली कराने का काम किया जा रहा है।
रेल्वे की इस अति महत्वाकांक्षी योजना को पूरा करने के लिये विशेषज्ञ इंजीनियरों के कई दल कटनी पहुंच रहे हैं। यहां उनके रुकने, रहने के लिये नवनिर्मित मित्तल कॉलोनी में लगभग सैकड़े भर फ्लैट भी किराये पर लिये जा रहे हैं।
वार्डस्ले स्कूल की भूमि भी होगी अधिग्रहित
बताया जाता है कि बड़वारा जनपद का ग्राम कटंगी पड़रिया कैलवारा में कृषि भूमि को अधिग्रहित किया जायेगा। वहीं कटनी के वार्डस्ले स्कूल की भी कुछ भूमि का हिस्सा ब्रिज निर्माण के लिये लिया जायेगा।
रेल्वे की बढ़ेगी आय
रेल्वे की मुख्य आय का स्त्रोत मालगाड़़ी को माना जाता है लेकिन रेल्वे में लाइनों में घने यातायात के कारण ट्रेनों को अपनी दूरी तय करने में ज्यादा समय लगता है। इन सब वजहों से रेल्वे को नुकसान होता है लेकिन इस लिहाज से ग्रेड सैेपरेटर के तहत ब्रिज निर्माण होने के बाद गुड्स ट्रेनों का आवागमन पूरी तरह बाधा मुक्त हो जायेगा। सूत्र बताते हैं कि कटनी से सिंगरौली तक रेल्वे विद्युतिकरण का काम भी अंतिम चरण में उसके पूरा होने के बाद गुड्स ट्रेनों एक स्थान से दूसरे स्थान में पहुंचने के दो फायदे होंगे। पहला समय की बचत, दूसरा मालगाड़ी में होने वाली चोरी पर पूर्णत: अंकुश लगेगा।
21 किलोमीटर लम्बा रहेगा देश का सबसे बड़ा रेल्वे ब्रिज
निर्माण एजेंसी इरकॉन के अनुसार झलवारा से मझगवां के बीच प्रस्तावित ग्रेड सेपरेटर देश का सबसे बड़ा रेल फ्लाई ओव्हर ब्रिज होगा । लगभग 6 सौ करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले इस ब्रिज को 5 वर्ष में पूर्ण करने का लक्षय निर्धारित है। इस ब्रिज से पूर्व केरल का लम्बा ब्रिज जो कि 4.62 किलोमीटर लम्बा है और दो सौ करोड़ की लागत से निर्मित हुआ है देश का सबसे लम्बा रेल ओव्हर ब्रिज जिसे रेल विकास निगम द्वारा निर्मित किया गया था। प्रस्तावित फ्लाई ओव्हर ब्रिज की कुल लंबाई 21.2 किलोमीटर होगी इसमें 14.2 किलोमीटर अप लाइन पर व 7 किलोमीटर डाउन लाइन शामिल रहेगी। इस तरह यह फ्लाई ओव्हर ब्रिज केरल में निर्मित रेल ब्रिज की तुलना में तीन गुना अधिक लम्बा होगा बल्कि रेल्वे के 16 जोनों में सबसे बड़ा ब्रिज होगा।
डिजिटल सिग्नल लगेंगे
एजेंसी सूत्रों के अनुसार यह फ्लाई ओव्हर ब्रिज ना केवल कटनी-बीना रेल लाइन को कनेक्ट करेगा बल्कि ट्रेनों के परिचालन में दो से चार घंटे का समय भी बचेगा।
बताया जाता है कि इस ब्रिज में डिजिटल सिग्नल बनेंगे जो कि ऑन लाइन ऑपरेट होंगे। विदित हो कि कटनी-सिंगरौली रेल पर विद्युतीकरण व लाइन डबलिंग कार्य का ठेका भी इरकॉन कम्पनी को दिया गया जो अब तक लगभग पूर्ण हो चुका है। इस प्रोजेक्ट पर 7 हजार करोड़ रुपये की राशि खर्च हुई थी। ब्रिज का निर्माण इडापल्ली व वलारपदम के बीच किया गया है।
चीन में रेल्वे का सबसे बड़ा ब्रिज
सूत्रों के अनुसार चीन का दंग्याग-कुन्शान ग्रेड ब्रिज संभवत: विश्व का सबसे बड़ा रेल ब्रिज है। इसकी लम्बाई 165 किलोमीटर है। इस ब्रिज का निर्माण बीजिंग-शंधाई हाईस्पीड रेल परियोजना के तहत वर्ष 2011 में शुरू किया गया था।