नई दिल्ली, 1 मार्च सांप्रदायिक दंगों से प्रभावित हुई उत्तर पूर्वी दिल्ली में रविवार की सुबह स्थिति शांतिपूर्ण रही। उत्तरपूर्वी दिल्ली के दंगा प्रभावित इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए सुरक्षा बल नियमित रूप से स्थानीय लोगों से बातचीत कर रहे हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, स्थिति अब नियंत्रण में है। उत्तरपूर्वी जिले के सभी इलाकों में पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात हैं। हम लोग स्थानीय लोगों से बातचीत कर रहे हैं और उनमें आत्मविश्वास पैदा का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले दो दिनों में जिले में किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं आई है। पुलिस वहां निवासियों से सोशल मीडिया पर आने वाली अफवाहों पर ध्यान नहीं देने और इस बारे में अधिकारियों को सूचित करने का अनुरोध कर रही है।
शनिवार को कार्यभार संभालने के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस के कार्यवाहक प्रमुख एस एन श्रीवास्तव ने कहा कि उनकी प्राथमिकता शांति बहाल करना और राष्ट्रीय राजधानी में सांप्रदायिक सद्भाव सुनिश्चित करना है, जहां इस सप्ताह की शुरुआत में तीन दशक में सबसे भीषण दंगे हुए। दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त अमूल्य पटनायक के सेवानिवृत्त होने के बाद श्रीवास्तव को दिल्ली पुलिस आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। पुलिस ने व्यापक संपर्क कार्यक्रम शुरू किया है और लोगों में आत्मविश्वास भरने के लिए वरिष्ठ अधिकारी हर समुदाय के लोगों से मिलकर उनसे बातचीत कर रहे हैं।
उत्तरपूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, चांदबाग, शिव विहार, भजनपुरा, यमुना विहार में हिंसा में 42 लोगों की मौत हुई है और 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं। बड़ी संख्या में संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। उपद्रवियों की भीड़ ने घरों, दुकानों, वाहनों और एक पेट्रोल पंप को आग लगा दी और स्थानीय लोगों एवं पुलिसकर्मियों पर पथराव किया।