संयुक्त राष्ट्र की लैंगिक समानता और महिला सशक्तीकरण राष्ट्रीय इकाई (यूएन वुमैन) की नवनियुक्त उप कार्यकारी निदेशक अनीता भाटिया ने कहा कि भारत ऐसे अभिनव विचारों का संगम स्थल है जिन्हें महिला सशक्तीकरण तथा समानता को बढ़ावा देने वाले बदलावों को लागू करने में अन्य विकासशील देशों के साथ साझा किया जा सकता है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटारेस ने पिछले महीने अनीता भाटिया को संसाधन प्रबंधन, निरंतरता और साझेदारी के लिए सहायक महासचिव नियुक्त किया था तथा संयुक्त राष्ट्र की लैंगिक समानता और महिला सशक्तीकरण की राष्ट्रीय इकाई (यूएन वुमैन) के उप कार्यकारी निदेशक की जिम्मेदारी भी सौंपी। भाटिया न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में सबसे वरिष्ठ भारतीय महिला हैं।
उन्होंने यहां पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा, भारत अपने आकार के कारण वाकई कई विचारों और नए तथा अभिनव तरीकों के क्रियान्वयन का संगम स्थल है। भाटिया ने कहा कि भारत ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण के लिए कई उपाय और नीतियां लागू की हैं जिनमें राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून और मातृत्व (संशोधन) विधेयक 2017 शामिल हैं।
भाटिया ने कहा, ए अच्छी नीतियां हैं। हमें उन पर काम करना होगा और महिलाओं को जोडऩे के नए अभिनव तरीके खोजने होंगे। हो सकता है कि मोबाइल तकनीक और डिजिटल तरीकों से ऐसी छलांग लगाई जा सके ताकि एक समय में केवल एक कदम नहीं उठाया जाए बल्कि तकनीकी हस्तक्षेपों के माध्यम से कई पीढय़िों तक लाभ पहुंचाया जा सके। (भाषा)