नई दिल्ली, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बृहस्पतिवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर परोक्ष रूप से निशाना साधा और कहा कि राजीव गांधी को 1984 में विशाल बहुमत मिला था लेकिन उन्होंने इस ताकत का इस्तेमाल लोगों को डर का माहौल बनाने या डराने-धमकाने के लिए नहीं किया।
सोनिया ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 75वीं जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में यह भी कहा कि मौजूदा समय में कांग्रेस के सामने बड़ी चुनौतियां हैं, लेकिन विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ संघर्ष जारी रखना होगा। इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
कांग्रेस अध्यक्ष ने नरेंद्र मोदी सरकार पर इशारों में निशाना साधते हुए कहा, 1984 में राजीव गांधी विशाल बहुमत से जीतकर आए थे लेकिन उन्होंने उस जीत का इस्तेमाल भय का माहौल बनाने और डराने या धमकाने के लिए नहीं किया, संस्थाओं की स्वतंत्रता को नष्ट करने के लिए नहीं किया, असहमति और मुख्तलिफ नजरियों को कुचलने के लिए नहीं किया, लोकतांत्रिक परंपरा और जीवनशैली के लिए खतरा पैदा करने के लिए नहीं किया।
सोनिया ने कहा, 1989 में कांग्रेस दोबारा पूरे बहुमत से अकेले जीत कर नहीं आ सकी, तो राजीव जी ने गरिमा और विनम्रता के साथ जनादेश स्वीकार किया। आज की पीढ़ी को मैं बताना चाहती हूं कि सबसे बड़ा राजनीतिक दल होने के बावजूद, सरकार बनाने का दावा उन्होंने पेश नहीं किया। क्यों नहीं किया उ क्योंकि इसके लिए उनके आंतरिक नैतिक बल, उनकी उदारता और ईमानदारी ने उन्हें ऐसा करने नहीं दिया।
उन्होंने कहा, ये आज कोई नहीं कर सकता है जैसा राजीव जी ने किया, राहुल (अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर) ने किया। सोनिया की यह टिप्पणी पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम की गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि में आई है।
दरअसल, सीबीआई ने चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया से संबंधित मामले में बुधवार रात को गिरफ्तार कर लिया। चिदंबरम ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को झूठा करार दिया और कहा कि वह आशा करते हैं कि जांच एजेंसियां कानून का सम्मान करेंगी।
भाजपा का नाम लिए बगैर उस पर निशाना साधते हुए सोनिया ने कहा, चुनावी उतार-चढ़ाव अपरिहार्य है। हमारे पार्टी के सामने चुनौतियां बड़ी है लेकिन हमें विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ अपना वैचारिक संघर्ष जारी रखना होगा।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के योगदान को याद करते हुए सोनिया ने कहा कि यह राजीव का प्रयास था कि देश के 18 साल के युवाओं को मतदान का अधिकार मिला। यह उनकी प्रतिबद्धता थी कि पंचायतों और नगर निकायों को संवैधानिक दर्जा मिले। उन्होंने कहा, राजीव गांधी ने कंप्यूटर और दूरसंचार क्रांति का संकल्प लिया और छोटे से समय में उसे पूरा करके दिखाया।
सोनिया ने कहा, राजीव गांधी मजबूत, सुरक्षित और आत्मनिर्भर भारत बनाने का संकल्प रखते थे। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, उन्होंने प्रधानमंत्री के तौर पर देश के कोने कोने तक जाकर यह संदेश दिया कि भारत की विविधता का उत्सव मनाकर ही देश को मजबूत बना सकते हैं।
राजीव गांधी की याद में आयोजित कार्यक्रम में बतौर प्रधानमंत्री उनकी उपलब्धियों के उल्लेख वाली फिल्म दिखाई गई तथा पारंपरिक संगीत एवं नृत्य कार्यक्रम भी हुआ। कार्यक्रम का संचालन अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने किया। (भाषा)