लखनऊ, 18 सितम्बर आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने भाजपा पर राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के नाम पर अराजकता फैलाने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि एनआरसी गम्भीर विसंगतियों से भरा है और इससे देश आगे नहीं बढ़ेगा।
सिंह ने यहां संवददाता सम्मेलन में कहा कि एनआरसी गम्भीर खामियों से भरा है और इसके नाम पर एनार्की (अराजकता) की जा रही है। भाजपा हिन्दुओं के हितों की बात करती है मगर असम में एनआरसी की प्रक्रिया में 18 लाख हिन्दुओं को शरणार्थी बना दिया गया। इनमें से ज्यादातर उत्तरप्रदेश और बिहार के लोग हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा मुसलमानों के नाम पर एनआरसी का एजेंडा चला रही है, जबकि एनआरसी का हिन्दूमुस्लिम से कोई मतलब नहीं है। एनआरसी के तहत वर्ष 1972 से पहले के जो लोग हैं, वे देश में रहेंगे। उसके बाद के लोग भागेंगे। असम में एनआरसी के नतीजों ने 18 लाख हिन्दुओं को पराया कर दिया। घुसपैठिया करार दिए गए कुल 19 लाख लोगों में से उनमें मुसलमान तो एक लाख के लगभग ही हैं।
सिंह ने एनआरसी की प्रक्रिया में खामियों का जिक्र करते हुए कहा कि जिन्हें पद्मश्री मिला, जिन्होंने कारगिल के लिए लड़ाई लड़ी, जिन्होंने असम आंदोलन में अपना सिर कटवाया, उनके परिवार को एकाएक शरणार्थी घोषित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि अब सरकार हमारे ही पैसे से हमारे देश की जमीन पर एक कॉलोनी बनवाएगी जिसमें शरणार्थी घोषित किए गए लोगों को रखा जाएगा। उन पर होने वाले खर्च का बोझ भी जनता ही उठाएगी।
क्या यह कोई हिटलर का देश है, जिसमें डिटेंशन सेंटर बनाकर लोगों को रखा जाएगा? जरूरत पडऩे पर उत्तर प्रदेश में भी एनआरसी लागू करने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान के बारे में आप प्रवक्ता ने कहा कि तब तो योगी को खुद उत्तराखण्ड जाना पड़ेगा, क्योंकि वह उसी राज्य के निवासी हैं।
केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के 100 दिन के कार्यकाल को बॉलीवुड की हॉरर फिल्म 100 डेज की तरह करार देते हुए उन्होंने कहा कि निवेशकों ने बाजार से साढ़े 12 लाख करोड़ रुपए निकाल लिए। बैंकों का एनपीए 10 लाख करोड़ रुपए हो गया। जीडीपी लुढ़ककर 5 प्रतिशत पर आ गई।
डॉलर की कीमत 72 रुपए के पार हो गई। बेरोजगारी 45 साल में सबसे ज्यादा हो गई। ऑटो सेक्टर के साढ़े तीन लाख कर्मचारी बेरोजगार हो गए। उत्तर प्रदेश की खनन नीति की वजह से सारे क्रशर बंद हो गए और हजारों लोगों की रोजी छिन गई। देश जबर्दस्त आर्थिक मंदी से गुजर रहा है। अगर सरकार ने इसे नहीं समझा तो देश को इसके बेहद गम्भीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार के ढाई साल अराजकता से भरे रहे हैं। प्रदेश में अपराधों में 35 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। बच्चियों से बलात्कार हो रहे हैं। बलात्कार के आरोपी पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद को बचाने की कोशिश की जा रही है। (भाषा)