दमोह (मप्र), (भाषा) कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने शनिवार को एक बार फिर जाति जनगणना की वकालत करते हुए कहा कि देश में ओबीसी, एससी और एसटी समुदायों के लोगों की सही संख्या जानने के लिए यह कवायद जरूरी है ताकि उन्हें लाभ प्रदान करने के लिए तदनुसार नीतियां बनाई जा सकें। वह चुनावी राज्य मध्य प्रदेश के दमोह में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित कर रही थीं।
प्रियंका ने कहा, ‘‘जाति जनगणना का क्या मतलब है? हम जानना चाहते हैं कि देश में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदायों से कितने लोग हैं। अगर सरकार को उनकी सही संख्या नहीं पता तो वह उन्हें न्याय कैसे देगी?’’ उन्होंने दावा किया कि बिहार में हुई जाति जनगणना से पता चला है कि राज्य में 84 फीसदी ओबीसी और दलित हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘लेकिन, जब आप देश में उच्च पदों को देखेंगे तो पाएंगे कि वहां उनका (इन समुदायों का) कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। इनमें से 90 प्रतिशत पदों पर इन समुदायों के लोग नहीं हैं। अगर 84 फीसदी लोग इस वर्ग के हैं तो उन्हें प्रतिनिधित्व दिया जाना चाहिए।’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘जब हम जाति जनगणना कराने की बात करते हैं तो वे (भाजपा सरकार) चुप हो जाते हैं।’’
बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों पर प्रियंका ने कहा, ‘‘पहले, सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) को बंद कर दिया और उन्हें अपने मित्रों को बेच दिया। बाद में नोटबंदी लागू की और जीएसटी लागू किया, जिसके बाद कोविड-19 महामारी आई… इन सब चीजों ने देश के लोगों की कमर तोड़ दी है।’’
उन्होंने विधानसभा चुनाव से ठीक दो महीने पहले ‘लाडली बहना योजना’ शुरू करने के लिए राज्य की भाजपा सरकार की आलोचना की, जिसके तहत महिलाओं को वित्तीय सहायता दी जाती है।
प्रिंयका ने सवाल किया, ‘‘क्या आप उन्हें (महिलाओं को) मूर्ख मानते हैं और सोचते हैं कि वे इन चीजों को नहीं समझती हैं? सत्ता में रहने के पिछले 18 वर्षों में उन्होंने (भाजपा) क्या किया है?’’ उन्होंने दावा किया कि पिछले तीन वर्षों में, राज्य में भाजपा सरकार ने केवल 21 नौकरियां प्रदान कीं, जबकि प्रदेश में चिकित्सकों और पुलिस विभाग सहित बड़ी संख्या में पद खाली पड़े हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के बुन्देलखण्ड क्षेत्र में विकास की कमी के कारण बड़ी संख्या में लोग रोजगार की तलाश में इस क्षेत्र से पलायन कर गये। प्रियंका गांधी ने लोगों को जागरूक होने की सलाह दी ताकि वे अपने अधिकारों के लिए लड़ सकें। उन्होंने लोगों से अपने बेहतर भविष्य के लिए कांग्रेस को वोट देने का आग्रह किया।
यह रैली कांग्रेस उम्मीदवार और मौजूदा विधायक अजय टंडन के प्रचार के लिए आयोजित की गई थी। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस सीट से पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया को मैदान में उतारा है।