नई दिल्ली, 27 सितम्बर (भाषा) पूर्व केन्द्रीय मंत्री जसवंत सिंह का लंबी बीमारी के बाद रविवार को यहां निधन हो गया। वह 82 वर्ष के थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने निष्ठापूर्वक भारत की सेवा की तथा उन्हें राजनीति एवं समाज से संबंधित मामलों में उनके अद्वितीय दृष्टिकोण के लिए याद किया जाएगा।
पूर्व सैन्य अधिकारी सिंह अगस्त 2014 में अपने घर में गिरने के बाद से बीमार थे। उन्हें सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद से उन्हें कई बार अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस साल जून में उन्हें दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अस्पताल ने एक बयान में कहा, “गहरे दुख के साथ सूचित किया जाता है कि माननीय सेवानिवृत्त मेजर एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री जसवंत सिंह का 27 सितंबर, 2020 को सुबह करीब 6:55 बजे निधन हो गया। वह 25 जून 2020 से अस्पताल में भर्ती थे। उनके विभिन्न अंगों ने ठीक से काम करना बंद कर दिया था, जिनका इलाज चल रहा था। आज सुबह उन्हें दिल का दौरा भी पड़ा।”
अस्पताल ने कहा कि काफी कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
सिंह के पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार आज ही राजस्थान के जोधपुर में किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “जसवंत सिंह जी ने एक सैनिक के रूप में और उसके बाद लंबे राजनीतिक जीवन के दौरान देश की निष्ठापूर्वक सेवा की। अटल जी की सरकार के दौरान उन्होंने महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभालीं और वित्त, रक्षा तथा विदेश मामलों में अपनी अमिट छाप छोड़ी। उनके निधन से दुखी हूं।”
पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल वाजपेई और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के करीबी माने जाने वाले सिंह वाजपेई सरकार में रक्षा, वित्त और विदेश मामलों के मंत्री रहे।
भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं दिया था, जिसके बाद उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
मोदी ने कहा, “जसवंत जी को राजनीति तथा समाज से संबंधित मामलों में उनके अद्वितीय दृष्टिकोण के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने भाजपा को मजबूती देने में भी योगदान दिया। मैं उनके साथ हुए संवाद को याद कर रहा हूं। मेरी ओर से उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदनाएं। ओम शांति।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जसवंत सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि उन्होंने ने अपनी विभिन्न क्षमताओं से देश की सेवा की और एक प्रभावशाली मंत्री तथा सांसद के रूप में अपनी अलग पहचान बनाई।
राजनाथ सिंह ने लिखा, “जसवंत सिंह जी को उनकी बौद्धिक क्षमताओं और देश सेवा में बेजोड़ योगदान के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने राजस्थान में भाजपा को मजबूती प्रदान करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दुख की इस घड़ी में उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी ओर से संवेदनाएं। ओम शांति।”
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। गहलोत ने ट्वीट किया, राजस्थान से ताल्लुक रखने वाले वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री जसवंत सिंह जी के निधन से दुखी हूं। उन्होंने ईश्वर से सिंह की आत्मा की शांति और उनके परिवार को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
सावंत ने ट्वीट किया, “भारत के विकास में उनर्के जसवंत सिंही शानदार योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। शोकाकुल परिवार के प्रति मेरी ओर से संवेदनाएं। ओम शांति।”