चिकित्साकर्मियों को पीपीई मिलने में विलंब के लिए जवाबदेही तय करें प्रधानमंत्री: कांग्रेस

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नई दिल्ली, 3 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन लोगों की जवाबदेही सुनिश्चित करें जिनके कारण कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ रहे चिकित्साकर्मियों के लिए निजी सुरक्षा उपकरर्णों पीपीईी की उपलब्धता में विलंब हुआ है। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री के वीडियो संदेश का हवाला देते हुए यह दावा भी किया कि देश के सभी वर्गों ने मोदी के संबोधन से जो उम्मीदें लगा रखी थीं वह पूरी नहीं हुई। 

उन्होंने वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाताओं से कहा, “प्रधानमंत्री जी, देश को उम्मीद थी कि आप चिकित्साकर्मियों के लिए पीपीई की उपलब्धता के बारे बताएंगे। आप कहेंगे कि किसानों, गरीबों और मजदूरों के खातों में 7500 रुपए डाले जाएंगे। मनरेगा के मजदूरों को उम्मीद थी कि आप उन्हें अग्रिम भुगतान की राशि देने की घोषणा करेंगे।”  उन्होंने कहा, “कोविड-19 के संक्रमण का पता लगाने के लिए जांच तेजी से नहीं हो रही है। 130 करोड़ के देश में अब तक सिर्फ 50 हजार जांच हुई हैं।”

खेड़ा ने सवाल किया, “अपने कहा था कि ताली और थाली बजाओ, सबने बजाई। अब आप कह रहे हैं कि दीए, मोमबत्ती और टार्च जलाओ, वह भी जला दिया जाएगा। लेकिन यह बताइए कि जिन चिकित्साकर्मियों के लिए आपने ताली और थाली बजवाई थी उन्हें निजी सुरक्षा उपकरण क्यों नहीं मिल रहे हैं ? इसकी जिम्मेदारी किसकी है ?”  उन्होंने कहा, “निजी सुरक्षा उपकरणों की खरीद में विलंब के लिए कौन जवाबदेह है ? किसने मास्क और वेंटिलेटर के निर्यात पर रोक नहीं लगाई ? इसकी जवाबदेही तय करिए।” कांग्रेस नेता ने यह सवाल भी किया, “गरीबों और मजदूरों का चूल्हा जलते रहे, क्या यह जिम्मेदारी आपकी नहीं है?  

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में देश की सामूहिक शक्ति के महत्व को रेखांकित करते हुए रविवार पांच अप्रैल को देशवासियों से अपने घरों की बालकनी में खड़े रहकर नौ मिनट के लिए मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट जलाने की अपील की है।

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