पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कमी कर जनता को राहत दी जाए: कांग्रेस

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नई दिल्ली, 07 जनवरी (भाषा) कांग्रेस ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि इन दोनों पेट्रोलियम उत्पादों पर उत्पाद शुल्क को कम कर देश की जनता को राहत प्रदान की जाए।

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह आरोप भी लगाया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में भारी गिरावट के बावजूद पेट्रोल एवं डीजल पर उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी करके जनता से लूट की जा रही है।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 73 साल में पेट्रोल और डीजल की कीमत सबसे ज्यादा है। कहां है मोदी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो कहते थे कि सरकार के अविश्वास के कारण कीमतें बढ़ रही हैं।

कांग्रेस महासचिव ने कहा, पिछले साढ़े छह साल में इस सरकार ने उत्पाद शुल्क बढ़ाकर 19 लाख करोड़ रुपए कमाएं हैं। आज भी कच्चे तेल की कीमत 50.96 डॉलर प्रति बैरल है। यानी कच्चे तेल की प्रति लीटर कीमत 23.43 रुपए है। ऐसे में पेट्रोल 84.20 रुपए और डीजल 74.38 रुपए प्रति लीटर क्यों बेचा जा रहा है?

उन्होंने दावा किया कि मई 2014 के बाद मोदी सरकार ने डीज़ल पर उत्पाद शुल्क में 820 प्रतिशत व पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 258 प्रतिशत बढ़ाया।

सुरजेवाला ने कहा, संप्रग सरकार के समय कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर थी और आज इसकी आधी कीमत है। फिर ए लूट क्यों चल रही है? हमारी मांग है कि उत्पाद शुल्क में कमी की जाए और आर्थिक मंदी और कोरोना महामारी से जूझ् रही जनता को राहत प्रदान की जाए।

गौरतलब है कि सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों द्वारा लगातार दूसरे दिन कीमतों में बढ़ोतरी करने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल की कीमत बृहस्पतिवार को 84.20 रुपए प्रति लीटर हो गई, जो अब तक का उच्चतम स्तर है।

तेल विपणन कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, बृहस्पतिवार को पेट्रोल की कीमत में 23 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमत में 26 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई।

इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में अब पेट्रोल की कीमत 84.20 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 74.38 रुपए हो गई है। मुंबई में पेट्रोल 90.83 रुपए प्रति लीटर और डीजल 81.07 रुपए प्रति लीटर है।

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