कोविड-19 के मरीजों के इलाज में मलेरिया रोधी दवा के इस्तेमाल से दिल का दौरा पडऩे का खतरा : वैज्ञानिक

सांकेतिक तस्वीर
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नई दिल्ली, 3 अप्रैल (भाषा) अमेरिका के हृदय रोग विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि कुछ लोग कोविड-19 के इलाज के लिए मलेरिया रोधी दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोकिन और एंटीबायोटिक एजिथ्रोमिसिन के इस्तेमाल का जो सुझव दे रहे हैं उससे दिल की धड़कनों के आसामान्य रूप से खतरनाक स्तर तक पहुंचने का खतरा बढ़ सकता है। 

ओरेगोन स्वास्थ्य एवं विज्ञन विश्वविद्यालय ओएचएसयू और इंडियाना विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने सुझव दिया कि मलेरिया-एंटीबायोटिक दवाओं के संयोजन से कोविड-19 के मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों को दिल के निचले भाग में पैदा होने वाली असामान्य धड़कनों के लिए उन मरीजों पर नजर रखनी चाहिए। उन्होंने बताया कि इस अवस्था से दिल का निचला हिस्सा तेजी और अनयिमित रूप से धड़कता है तथा इससे दिल का दौरा पड़ सकता है।

अमेरिकन कॉलेज ऑफ़ कार्डियोलॉजी की कॉर्डियोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित शोधपत्र में अनुसंधानकर्ताओं ने सैकड़ों दवाओं का जिक्र किया है जिससे दिल का दौरा पडऩे का खतरा बढ़ सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों दवाओं का एक साथ से मरीजों के इलाज में इस्तेमाल करना जो पहले से ही खतरे में हैं या उनकी हालत खराब हैं, इससे उनमें खतरा और बढ़ सकता है।

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