भारतीय सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने कहा कि उन्हें मौजूदा विश्व कप में बल्लेबाजी में लगातार योगदान देने के लिये इंग्लैंड की अलग परिस्थितियों के हिसाब से तेजी से सांमजस्य बिठाने की जरूरत है।
राहुल ने बांग्लादेश के खिलाफ 92 गेंद में 77 रन की पारी खेलकर टूर्नामेंट में दूसरा अर्धशतक जड़ा और रोहित शर्मा के साथ पहले विकेट के लिये 180 रन की भागीदारी निभायी।
इस भागीदारी ने भारत के नौ विकेट पर 314 रन के स्कोर की नींव रखी जो बांग्लादेश के लिये बहुत बड़ा लक्ष्य साबित हुआ और उनकी टीम 48 ओवर में 286 रन के स्कोर पर सिमट गयी। इस 28 रन की जीत से भारत का विश्व कप में सेमीफाइनल स्थान भी पक्का हो गया।
शिखर धवन के अगूठे में फ्रेक्चर के कारण टूर्नामेंट से बाहर होने पर राहुल को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजा गया। राहुल ने कहा, ‘‘मैंने पिछले दो वर्षों में सीखा है कि अगर मुझे टीम के लिये लगातार प्रदर्शन करना है तो मुझे विकेट के अनुसार अनुकूलित होना होगा। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले कुछ मैचों में हम जिन परिस्थितियों में खेलें जैसे साउथम्पटन, मैनचेस्टर और यहां बर्मिंघम में विकेट थोड़ा धीमा था। इसलिये मुझे लगा कि महत्वपूर्ण यह है कि शुरू में कुछ समय लिया जाये और अगर मैं जम जाऊं तो रन जुटाना शुरू कंरू। ’’
राहुल ने कहा, ‘‘मैंने शुरू में थोड़ा समय लिया और मेरी भूमिका भी यही है इसलिये मैंने इसी के अनुसार पारी को बढ़ाया। मैं हर पारी के साथ सीख रहा हूं और बेहतर हो रहा हूं। ’’
भारतीय उप कप्तान रोहित की पारी के बारे में राहुल ने बीसीसीआई की वेबसाइट पर ‘चहल टीवी’ पर कहा, ‘‘विकेट इतना अच्छा और आसान नहीं था जितना रोहित की बल्लेबाजी से दिखा। निश्चित रूप से वह अच्छी फार्म में है और वह चार शतक जड़ चुका है इसलिये मुझे लगता है कि उस विकेट पर उसके जैसा ही खिलाड़ी ऐसी बल्लेबाजी कर सकता था। ’’