अजिंक्य रहाणे ने अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर की सबसे यादगार पारी खेलते हुए वेस्टइंडीज के खिलाफ वर्षाबाधित पहले टेस्ट के पहले दिन शुरूआती झटकों से भारत को निकालते हुए छह विकेट पर 203 रन तक पहुंचाया। रहाणे ने अपने आलोचकों को करारा जवाब देते हुए तेज गेंदबाजों की मददगार पिच पर 81 रन बनाए। इससे पहले कप्तान विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा और मयंक अग्रवाल इस पिच पर टिक नहीं सके थे।
पहले दिन खराब मौसम के कारण 68 . 5 ओवर ही फेंके जा सके। रहाणे ने 163 गेंद की पारी में 10 चौके लगाए। उनके अलावा कोई और भारतीय बल्लेबाज गुरूवार को पहले दिन टिक नहीं सका। वेस्टइंडीज के लिए केमार रोच ने 17 ओवर में 34 रन देकर तीन और शेनोन गैब्रियल ने 15 ओवर में 49 रन देकर दो विकेट लिए।
पहले आठ ओवर में भारत का स्कोर तीन विकेट पर 25 रन था। अग्रवाल पांच, पुजारा दो ओर कोहली नौ रन बनाकर लौट गए थे। रहाणे ने चौथे विकेट के लिए सलामी बल्लेबाज केएल राहुल के साथ 68 रन जोड़े। राहुल ने 97 गेंद में 44 रन बनाए। इसके बाद पांचवें विकेट के लिए हनुमा विहारी (56 गेंद में 32 रन) के साथ 82 रन की साझेदारी की।
रहाणे ने राहुल के साथ अपनी साझेदारी को अहम बताते हुए कहा , पारी की शुरूआत में विकेट पेचीदा था। उसमें उछाल थी और वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने उम्दा प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा , ऐसे में एक अदद साझेदारी की जरूरत थी और राहुल के साथ हुई वह भागीदारी अहम रही। हमने ज्यादा आगे का नहीं सोचा। बस सकारात्मक सोच के साथ खेलते रहे। उसके बाद विहारी ने भी बखूबी साथ निभाया।