कूलिज (एंटिगा), तेज गेंदबाज उमेश यादव ने कहा कि टीम से दूर रहने के समय उन्होंने अपनी गेंदबाजी में सुधार किया है जिससे उनका मनोबल बढ़ा है। उमेश को उम्मीद है कि गुरुवार से वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरू हो रही टेस्ट श्रृंखला के पहले मैच में वह अंतिम 11 में जगह पक्की करेंगे।
अभ्यास मैच में वेस्टइंडीज ए के खिलाफ पहली पारी में 19 रन देकर तीन विकेट लेने वाले उमेश ने कहा कि उन्होंने विदर्भ क्रिकेट अकादमी में कोच सुब्रतो बनर्जी के साथ पिछले कुछ महीनों में लय पाने का काम किया।
उमेश ने अभ्यास मैच के बाद कहा, मैं विदर्भ क्रिकेट अकादमी गया और वहां कोच सुब्रतो बनर्जी के साथ काम किया। मैंने अपनी गेंदबाजी पर उनकी राय पूछी। मेरी समस्या गेंद की लंबाई को लेकर थी। जब आप ज्यादा क्रिकेट खेलते है तो कई तेज गेंदबाजों के साथ ऐसा होता है। ज्यादा क्रिकेट खेलते समय आप सही लाइन और लेंथ पर गेंद डालने में नाकाम रहते है। मैंने इस पर काम किया है।
उन्होंने कहा कि वेस्टइंडीज ए के खिलाफ वह सही लाइन और लेंथ पर गेंद डालने में सफल रहे। उमेश ने कहा, मैं लंबे समय के बाद अभ्यास मैच खेल रहा हूं। मैं यहां पहले एक मैच में इंडिया ए के लिए खेल चुका हूं। पिच ज्यादा अलग नहीं है और यहां स्विंग भी मिल रहा था।
उन्होंने कहा, अभ्यास मुकाबले में मेरा ध्यान गेंद को सटीक लेंथ पर डालने का था। मेरी कोशिश ज्यादा से ज्यादा डाट गेंद करने की थी। मैं ऐसा करने में सफल रहा। आस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले साल दिसंबर में अपना आखिरी टेस्ट मैच खेलने वाले 31 साल के इस गेंदबाज ने घरेलू प्रतियोगिताओं और आईपीएल में भी भाग लिया।
उन्होंने कहा, आस्ट्रेलिया श्रृंखला के बाद मैं रणजी ट्राफी (विदर्भ के लिए) खेला और हम जीते। इसके बाद मैं आईपीएल (रायल चैलेंजर बेंगलोर) में भी खेला। मैंने पिछले ढाई महीने अपनी गलतियों को सुधारने और लय वापस पाने पर लगाए।
भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए तेज गेंदबाजों के बीच हो रही प्रतिस्पर्धा के बारे में पूछे जाने पर उमेश ने कहा, जब आपको पता है कि आप एक के बाद एक टेस्ट मैच खेलने वाले है तो आपको बेंच-स्ट्रेंथ की जरूरत होती है। सभी तेज गेंदबाजों को पता है कि अच्छी प्रतिस्पर्धा है और सबको मौका मिलेगा। जो अच्छा करेगा उसे ज्यादा खेलने का मौका मिलेगा। (भाषा)