केरल में कई इलाकों में मंगलवार की रात से लगाताार बारिश होने के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया। राज्य में बारिश संबंधी घटनाओं में जान गंवाने वालों की संख्या 95 हो गई है। उत्तरी जिलों मलप्पुरम, कन्नूर और कोझ्ािकोड में रेड अलर्ट भी जारी किया गया है, जहां पिछले सप्ताह बाढ़ के कहर के बीच भूस्खलन हुए थे।
अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि मध्य केरल में पत्तनमतिट्टा जिले में मंगलवार रात से भारी बारिश हो रही है और वहां अत्यधिक सतर्कता बरती जा रही है। मौसम विज्ञान विभाग ने केरल के कई दूर-दराज इलाकों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है। विभाग ने बताया कि राज्य में मौसम खराब ही रहेगा और मछुआरों को समुद्र में ना जाने को कहा गया है।
निकटवर्ती विज्हिंजम में नाव डूबने से एक मछुआरे की मौत हो गई थी, जबकि तीन को बचा लिया गया था। भारी बारिश के आसार के चलते 11 जिलों में शिक्षण संस्थान बुधवार तक बंद हैं। इस बीच, यहां मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने पत्रकारों से कहा कि सरकार प्रभावितों को हरसंभव मदद मुहैया कराने की कोशिश कर रही है।
वित्तीय सहायता की घोषणा करते हुए, विजयन ने कहा कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) के मानदंडों के अनुसार, प्रभावित परिवारों को तत्काल सहायता के रूप में 10,000 रुपए दिए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि अपने घर और जमीन खोने वालों को 10 लाख रुपए दिए जाएंगे। जिनके घर क्षतिग्रस्त हुए हैं उन्हें चार लाख रुपए दिए जाएंगे। सरकार द्वारा आज बुधवार को सुबह जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, राज्य में आठ अगस्त से बारिश, बाढ़ और भूस्खलन संबंधी घटनाओं में 95 लोगों की जान जा चुकी है।
इसमें सबसे अधिक 35 लोग मलप्पुरम में और वायनाड में 12 लोग मारे गए हैं। बाढ़ तथा भूस्खलन की वजह से 1.89 लाख से अधिक लोग विस्थापित हो कर।,118 राहत शिविरों में रह रहे हैं। (भाषा)