बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतों के जवाब में भेजे गए सरकार विरोधी संदेश, मामला दर्ज

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आगर मालवा, 25 मई (भाषा) मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी लिमिटेड के र्जा पोर्टल की आईडी एवं पासवर्ड का दो महीने पहले हटाए गए तीन कर्मचारियों ने कथित रूप से दुरूपयोग कर 71 उपभोक्ताओं द्वारा की गई ऑनलाइन शिकायतों के जवाब में प्रदेश की भाजपा नीत सरकार के विरोध में संदेश भेजे हैं।

इन उपभोक्ताओं ने अप्रैल-मई महीनों में बिजली का बिल अधिक आने पर इसमें सुधार करने, लाइन बंद होने, वोल्टेज कम होने सहित अन्य प्रकार की शिकायतें की थीं। इस मामले में मार्च माह में हटाए गए तीन आउटसोर्स कर्मचारियों-कम्प्यूटर ऑपरेटर सतीश सोनी, कमलेश मालवीय और गोपाल सिंह राजपूत के खिलाफ शनिवार रात आगर पुलिस थाने में आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।

इसके अलावा, मामले को गंभीरता से लेते हुए विद्युत कंपनी के अधीक्षण यंत्री जे आर कनखरे ने लापरवाही एवं अनियमितता बरतने को लेकर बिजली कम्पनी के आगर के कार्यपालन यंत्री एस एस भदोरिया और आगर शहर सहायक यंत्री का प्रभार संभाल रहे प्रदीप सिंह दांगी को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है।

सतीश सोनी, कमलेश मालवीय और गोपाल सिंह राजपूत को आगर शहर में 55 लाख रूपए की राजस्व क्षति पहुंचाने के आरोप में मार्च 2020 में नौकरी से हटा दिया गया था। इन तीनों ने आईडी एवं पासवर्ड का दुरूपयोग कर कम्पनी के पोर्टल पर इन शिकायतों के जवाब में कथित तौर पर लिखा कि अगर बिल में छूट पानी है तो बीजेपी को हटाना है, कांग्रेस को लाना है, 100 रूपए का बिल आना है और बीजेपी हटाओ, कांग्रेस लाओ, 100 यूनिट पर 100 रूपए बिल पाओ।

ऑनलाइन आवेदनों के निराकरण के दौरान लिखी गई टिप्पणी की जानकारी छात्र नेता शिवम टांक को शुक्रवार शाम उपभोक्ताओं ने दी थी। शिवम टांक ने युवा मोर्चा के नगर अध्यक्ष गौरव जैन को पूरा मामला बताया। जैन ने बिजली कम्पनी के कार्यालय जाकर देखा तो वे हैरान रह गए, क्योंकि कई आवेदनों के निराकरण के दौरान इसी प्रकार की सरकार विरोधी टिप्पणियां लिखी हुई थीं।

जैन ने मामले की जानकारी आगर दौरे पर आए देवास-शाजापुर के भाजपा सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी को दी थी। जैसे ही उक्त मामले की जानकारी बिजली कम्पनी के अधिकारियों को लगी, तो आननफानन में अधिकारियों ने कार्रवाई की।

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