भोपाल, (भाषा) महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में वांछित संदिग्ध शूटर की मध्य प्रदेश में तलाश सोमवार को लगातार दूसरे दिन भी जारी रही। अधिकारियों ने बताया कि मुंबई और मध्य प्रदेश पुलिस की संयुक्त टीमें उज्जैन और खंडवा में पूजा स्थलों पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं।
सिद्दीकी की हत्या के एक दिन बाद मुंबई पुलिस की एक टीम रविवार को मध्य प्रदेश पहुंची। यह टीम फरार शूटर शिव कुमार गौतम का पता लगाने के लिए मध्य प्रदेश में है।
बाबा सिद्दिकी हत्याकांड में पुलिस ने अब तक तीन संदिग्धों-हरियाणा निवासी गुरमेल बलजीत सिंह (23), उत्तर प्रदेश निवासी धर्मराज राजेश कश्यप (19) और पुणे निवासी ‘सह-साजिशकर्ता’ प्रवीण लोनकर को गिरफ्तार किया है। संदिग्ध ‘हैंडलर’ मोहम्मद जिशान अख्तर भी मामले में वांछित है।
उज्जैन और खंडवा प्रसिद्ध महाकाल और ओंकारेश्वर मंदिरों के लिए प्रसिद्ध हैं, जहां हर दिन हजारों श्रद्धालु आते हैं। उत्तर प्रदेश के बहराइच के रहने वाले आरोपी शूटर गौतम की तलाश में मुंबई पुलिस के साथ मध्य प्रदेश पुलिस भी शामिल है।
यह पूछे जाने पर कि क्या भागा हुआ शूटर कोई धार्मिक व्यक्ति है, जो इन प्रसिद्ध मंदिरों में आ सकता है, एक पुलिस अधिकारी ने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा कि पुलिस अन्य स्थानों पर भी नजर रख रही है। खंडवा महाराष्ट्र के अमरावती और जलगांव से बहुत दूर नहीं है।
एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “मुंबई पुलिस की एक टीम मध्य प्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। पुलिस को संदेह है कि आरोपी मध्य प्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा जिले में) में खोजा जा रहा है।”
मुंबई पुलिस के मुताबिक, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के 66 वर्षीय नेता बाबा सिद्दीकी को शनिवार रात मुंबई के बांद्रा इलाके के खेर नगर में उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के ठीक बाहर तीन लोगों ने घेर लिया और गोली मार दी। बाबा सिद्दिकी को लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक कथित सदस्य के उस सोशल मीडिया पोस्ट की प्रमाणिकता जांच रही है, जिसमें बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली गई है।
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि अपराध शाखा इस हत्याकांड की विभिन्न पहलुओं से जांच कर रही है, जिसमें सुपारी देकर हत्या कराया जाना, व्यावसायिक या राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता और झुग्गी पुनर्वास परियोजना को लेकर धमकी शामिल है।
मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है।