मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंत्रायल से ‘श्रम सिद्धी योजना’ की शुरुआत की है, मुख्यमंत्री ने योजना की शुरुआत करते हुए कहा कि, “मेरे श्रमिक और सरपंच भाई-बहनों, नमस्कार। मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही आपसे मिलने की मन में तड़प थी, लेकिन कोविड 19 के कारण नहीं मिल पा रहा हूँ। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में म.प्र. इस बीमारी से लड़ाई लड़ रहा है।”
उन्होंने कहा, “कोविड 19 के इस संकट में गरीबों, मजदूरों, विद्यार्थियों और किसानों के खातों में विभिन्न योजनाओं का पैसा ट्रांसफर किया। किसानों से अब तक 1 करोड़ 60 लाख मीट्रिक टन गेहूँ की खरीदी कर चुके हैं और खरीदी के लिए तैयारी जारी है।”
उन्होंने कहा, “देशभर से हम अपने 4.82 लाख से अधिक मजदूरों को वापस लाये। दूसरे प्रदेश के मजदूरों को भी उनके राज्यों के बॉर्डर तक पहुँचाने की हमने व्यवस्था की। प्रदेश के पंच, सरपंचों और नागरिकों ने भी भोजन, राहत आदि की व्यवस्था में भरपूर मदद की।”
उन्होंने कहा, “श्रमिक भाइयों के कल्याण के लिए हम संकल्पित हैं। अपने मजदूर भाइयों को रोजगार देने के लिए आज से ‘श्रम सिद्धी योजना’ का शुभारंभ कर रहे हैं। इसमें कुशल, अकुशल,अर्द्धकुशल कैटेगरी में पंजीयन कर उनकी योग्यतानुसार कार्य प्रदान किया जायेगा।”
उन्होंने कहा, “मेरे सरपंच भाई-बहनों, अपने गाँव को कोविड 19 से सुरक्षित रखना है। आपको जागरुक रहना है और दूसरों को जागरुक करते रहना है। सावधान रहेंगे, तो इस बीमारी से बचे रहेंगे।”
मुख्यमंत्री बोले श्रम सिद्धी अभियान में अच्छा काम करने वाली पंचायतों को पुरस्कृत किया जायेगा। प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार में क्रमश: 2 लाख, 1 लाख और 50 हजार रुपये दिये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने अशोक नगर, श्योपुर, आगर मालवा के सरपंचों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद कर श्रमिकों के जॉब कार्ड बनाने और उनके लिए मनरेगा में काम की व्यवस्था करवाने की बात कही।