भोपाल, 7 मार्च मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल :एमपीबीएसई: की कक्षा 10 वीं की परीक्षा में सामाजिक विज्ञन विषय के प्रश्न पत्र में दो सवालों में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर :पीओके: को आजाद कश्मीर लिखे जाने पर विपक्षी दल भाजपा ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए आपत्ति जताई की है। एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में विवाद पैदा होने के बाद पेपर सेट करने में शामिल दो अधिकारियों को मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही आजाद कश्मीर शब्द का उपयोग किए गए इन दोनों प्रश्नों को परीक्षा से हटा दिया गया है।
शनिवार को एमपीबीएसई की 10 वीं कक्षा के सामाजिक विज्ञन विषय के प्रश्न पत्र में विद्यार्थियों को मानचित्र पर आजाद कश्मीर की पहचान करने तथा एक अन्य प्रश्न में इस शब्द का तालिका में सबंधित वाक्य से मिलान करने का सवाल किया गया था। ट्विटर पर परीक्षा पत्र साझ करने वाले भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने पीटीआई भाषा से कहा, कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। भारत सरकार पहले ही इस बारे में एक प्रस्ताव पारित कर चुकी है। क्या मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार ने आजाद कश्मीर को मान्यता दे दी है। प्रदेश सरकार को इस सवाल का जवाब देना चाहिए।
अग्रवाल ने कहा कि यह वही शब्दावली है जिसका उपयोग लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, पाकिस्तान और कुछ अलगाववादी लोग करते हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ ही नहीं, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस बारे में जवाब देना चाहिए। भाजपा नेता ने कांग्रेस सरकार पर यह जानबूझ्कर करने का आरोप लगाते हुए मांग की कि इसमें जिम्मेदार लोगों के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दायर किया जाना चाहिए।
वहीं, प्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने इस मामले में बताया कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने परीक्षा में इस तरह के सवाल पूछे जाने पर गुस्सा जाहिर करते हुए सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है। सलूजा ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद प्रश्नपत्र सेट करने में शामिल अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। शिक्षा मंडल के एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में पेपर सेटिंग में शामिल दो अधिकारी, रायसेन के एक शिक्षक तथा तेंदूखेड़ा के एक व्यख्याता को निलंबित कर दिया गया है तथा मामले में जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही इन दोनों विवादित प्रश्नों को परीक्षा से हटा कर प्रश्न पत्र अब 100 अंकों के स्थान पर 90 अंकों का कर दिया गया है। (भाषा)