भोपाल, 30 मई (भाषा) विश्व की सबसे ऊँची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली मध्यप्रदेश के महिला पर्वतारोही भावना डेहरिया ने 67 वें अंतराष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस 29 मई के अवसर पर कहा कि वह जल्द ही खेल के प्रति उत्साही लोगों के लिए प्रदेश में एक पर्वतारोहण संस्थान शुरू करने जा रही हैं।
पर्वतारोही भावना ने इंस्टाग्राम के लाइव सत्र में कहा, पर्वतारोहियों द्वारा हर साल 29 मई को अंतराष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन वर्ष 1953 में नेपाली तेनजिंग नॉर्गे और न्यूजीलैंड के एडमंड हिलेरी ने पहले मानव के तौर पर माउंट एवरेस्ट की चोटी पर फतह हासिल की थी।
भावना ने कहा, इस अवसर पर मैं यह घोषणा करना चाहती हूं कि मैं जल्द ही खेल प्रेमियों के लिए पर्वतारोहण का एक संस्थान खोलूंगी। इस दिवस के प्रति मेरी ओर से यह एक छोटा सा सम्मान होगा।
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन की वजह से अंतराष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए इंस्टाग्राम पर यह सत्र आयोजित किया गया था।
दुनिया की सबसे ऊँची पर्वत चोटी को फतह करने के अपने अनुभव साझ करते हुए भावना ने कहा, दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है, लक्ष्य के प्रति साहस, दृढ़ संकल्प और जुनून चाहिए।
उन्होंने कहा कि चार साल की कड़ी मेहनत के बाद 22 मई 2019 को मैंने अपने सपने को सच होते देखा। जब 8,848 मीटर की चढ़ाई तय करने के बाद मैं दुनिया की सबसे ऊँची चोटी माउंट एवरेस्ट, जिसे नेपाल में सागरमाथा भी कहा जाता है, पर पहुंची थी।
अंतराष्ट्रीय माउंट एवरेस्ट दिवस पर नेपाल में काठमांडू और एवरेस्ट क्षेत्र में कई कार्यक्रमों, जुलूसों और विशेष समारोह के साथ मनाया जाता है। इस दिन वहां तेनजिंग-हिलेरी एवरेस्ट मैराथन का आयोजन भी किया जाता है। उन्होंने कहा, मैं चाहती हूं कि भारतीय पर्वतारोहियों द्वारा भी इसे उसी तरह मनाया जाना चाहिए।